लखनऊ: यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। चुनाव के तारीखों का ऐलान भले ही नहीं हुआ हो, लेकिन इसको लेकर यूपी की सियासत पूरी तरह से गर्म है। जहां भाजपा ने विधानसभा की सभी 10 सीटों पर प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है, वहीं सपा और कांग्रेस ने भी अपने बड़े नेताओं को मैदान में उतार दिया है। जो इंडी गठबंधन के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हुए हैं। हालांकि, उपचुनाव से पहले इंडिया टुडे और वोटर सी ने मिलकर एक सर्वे किया है। इस सर्वे ने सपा और कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है।
सर्वे के माध्यम से इंडिया टुडे और वोटर सी ने UP की जनता का मूड समझने का प्रयास किया है। सर्वे में इस बात की जानकारी दी गई है, अगर आज प्रदेश में चुनाव होते हैं तो भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन व सपा-कांग्रेस के इंडी गठबंधन को कितनी सीटें मिल सकती हैं।
अगर यूपी में आज चुनाव होते हैं तो इंडी गठबंधन को 40 सीटें मिल सकती हैं। जिसमें से सपा को 34 व कांग्रेस की 6 सीटें शामिल हैं। वहीं, सर्वे में भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को फायदा होते दिख रहा है। जिसमें भाजपा को 36 तो वहीं उसके सहयोगी दल रालोद और अपना दल (एस) को 2-2 सीटे मिल सकती हैं। इस प्रकार से सर्वे में एनडीए गठबंधन को 4 सीटों का फायदा होते दिख रहा है। जबकि बसपा को एक बार फिर से निराशा हाथ लगते दिख रही है। यहां भी उसका खाता खुलते नहीं दिख रहा।
यूपी में 2024 लोकसभा चुनाव का परिणाम
अगर बात यूपी के 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम की करें, तो तब इंडी गठबंधन 43 सीटें जीतने में कामयाब रहा था। जिसमें से सपा की 37 और कांग्रेस की 6 सीटें शामिल हैं। वहीं, भाजपा को तगड़ा झटका लगा था और वह सिर्फ 33 सांसदों को जिताने में कामयाब रही थी। यूपी में भाजपा के सहयोगी पार्टी रालोद को 2 सीटें, अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल ने एक सीट जीती थी। इस प्रकार से एनडीए यूपी में 36 सीट जीतने में कामयाब रहा था।
यूपी में फिर बढ़ रहा NDA का जनाधार
2024 के लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद एक बार फिर से यूपी में एनडीए गठबंधन का जनाधार बढ़ते हुए दिख रहा है। सर्वे के आंकड़ों पर अगर गौर करें तो यूपी में बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के वोट प्रतिशत में करीब 2 प्रतिशत से भी अधिक का इजाफा हो सकता है। NDA का वोट शेयर बढ़कर 45.5 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं, इंडी गठबंधन को 43 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। जबकि अन्य का वोट शेयर 11.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
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जबकि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में एनडीए का वोट शेयर 43.31 प्रतिशत और इंडी गठबंधन का वोट शेयर 43.52% रहा था। इस लिहाज से अगर देखें तो एनडीए के वोट प्रतिशत में करीब दो प्रतिशत से भी अधिक का इजाफा होता दिख रहा है।