काठमांडू: नेपाल को फिर से हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग तेज होती जा रही है। इसकी आवाज अब नेपाल के सबसे बड़े राजनीतिक दल नेपाली कांग्रेस में भी मुखर होने लगी है। आज बुधवार को पार्टी के केंद्रीय समिति की बैठक नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित हुई। जिसमें नेपाली कांग्रेस के नेताओं ने नेपाल को जल्द ही हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग उठाई। वर्तमान में नेपाल की प्रतिनिधि सभा में सर्वाधिक सदस्यों वाली पार्टी नेपाली कांग्रेस ही है।
नेपाली कांग्रेस के मुख्यालय में हो रही इस बैठक में अधिकतर सदस्यों ने नेपाल के संविधान में संशोधन करके देश को फिर से हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की मांग की। पार्टी नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व से मांग करते हुए कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते नेपाली कांग्रेस की यह जिम्मेदारी है कि नेपाल को फिर से हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए। साथ ही सदस्यों ने कहा कि नेपाल में बांग्लादेश जैसी परिस्थिति नहीं आने देने के लिए देश को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए।
नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ शेखर कोईराला ने कहा कि बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदू धर्मावलंबियों पर आक्रमण किया जा रहा है, वह नेपाल के लिए चिंता का विषय है। हमारे देश में इस प्रकार की परिस्थितियां न आएं इसके लिए यह अति आवश्यक है कि देश को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की महासमिति की बैठक में मौजूद 1,300 में से 1,100 से अधिक सदस्यों ने हिंदू राष्ट्र की मांग के समर्थन में हस्ताक्षर किए हैं। इसलिए केंद्रीय समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को पारित किया जाना चाहिए।
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वहीं, नेपाली कांग्रेस के केंद्रीय समिति के सदस्य शंकर भंडारी ने हिंदू राष्ट्र की मांग दोहराते हुए रहा कि हिंदू राष्ट्र घोषित करने का यह सबसे उचित समय है। उन्होंने कहा कि देश में संविधान संशोधन की मांग उठाई जा रही है। इस समय दो तिहाई बहुमत वाली सरकार भी है, जो संशोधन करने में सक्षम है। भंडारी ने कहा कि सरकार में सहभागी होने के नाते और सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते नेपाली कांग्रेस को तत्काल पहल करनी चाहिए।