वायनाड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को केरल के वायनाड में भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने कन्नूर एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद वायनाड पहुंचकर सबसे पहले प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया, फिर सड़क मार्ग से भी स्थिति का जायज़ा लिया। इस दौरान उनके साथ केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने राहत शिविरों का दौरा किया, प्रभावित लोगों से मुलाकात की, और बाद में राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक की।
#WATCH | Kerala: Prime Minister Narendra Modi holds a review meeting with officials regarding the landslide-affected area in Wayanad.
Governor Arif Mohammed Khan, CM Pinarayi Vijayan and Union Minister Suresh Gopi are also present.
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— ANI (@ANI) August 10, 2024
केरल सरकार ने केंद्र सरकार से 2,000 करोड़ रुपये की सहायता मांगी है, जबकि इस आपदा में अब तक 226 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता हैं। राहुल गांधी ने भी वायनाड के भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की थी। 30 जुलाई को हुए इस भूस्खलन के बाद से तलाशी और बचाव अभियान जारी है, जिसमें अग्निशमन दल, NDRF, और स्थानीय लोग शामिल हैं।
#WATCH | Kerala: Prime Minister Narendra Modi visits the landslide-affected area in Wayanad. He is being briefed about the evacuation efforts.
Governor Arif Mohammed Khan, CM Pinarayi Vijayan and Union Minister Suresh Gopi are also present.
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— ANI (@ANI) August 10, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायनाड पहुंचने पर बचाव अभियान में शामिल टीमों से निकास और बचाव प्रयासों के बारे में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने राहत शिविरों और अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने भूस्खलन के पीड़ितों और लोगों से मुलाकात की और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की।
#WATCH | Kerala: Prime Minister Narendra Modi along with CM Pinarayi Vijayan visit the hospital to meet and interact with the victims and survivors of the landslide in Wayanad.
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— ANI (@ANI) August 10, 2024
बता दें 30 जुलाई को हुए इस भूस्खलन में 225 लोगों की जान चली गई और हजारों लोग विस्थापित हो गए। तलाशी और बचाव अभियान अभी भी जारी है, जिसमें अग्निशमन दल, NDRF, स्वयंसेवक, और स्थानीय लोग शामिल हैं। लंबे तलाशी और पुनर्स्थापना अभियान के बाद भारतीय सेना की टुकड़ी, जिसमें खोजी कुत्तों की टीम भी शामिल थी, वायनाड से वापस लौटी है, इस बीच निवासियों ने भारतीय सेना की टुकड़ी को विदाई दी।