नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक में फाइनल मैच खेलने से पहले भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट डिसक्वालीफाई हो गईं। जिसको लेकर देश भर में मायूसी का माहौल है। देशवासियों को उम्मीद थी कि वह भारत को स्वर्ण पदक दिलाएंगी। फोगाट के डिसक्वालीफाई होने पर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है। किसान नेता राकेश टिकैत ने तो सीधे तौर पर इसके पीछे भाजपा की साजिश होने की बात कही। हालांकि, इस मामले पर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में पूरी जानकारी दी है।
खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में बताया कि विनेश फोगाट का वजन आज बुधवार की सुबह 7.10 से 7.30 बजे तक नापा गया। उनका वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम अधिक पाया गया इसके चलते उन्हें पेरिस ओलंपिक से डिसक्वालीफाई होना पड़ा। उन्होंने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ के सामने इस बात को लेकर विरोध दर्ज कराया है। साथ ही भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा पेरिस में हैं। पीएम मोदी ने उनसे बात करके उचित एक्शन लेने को कहा है।
#WATCH भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला कुश्ती 50 किग्रा वर्ग से अयोग्य घोषित किए जाने पर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, “…विनेश फोगाट का वजन ज्यादा होने के कारण पेरिस ओलंपिक से बाहर होना पड़ा। वह 50 किलो वर्ग में खेल रही थीं…विनेश फोगाट… pic.twitter.com/cky2IuDmgn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 7, 2024
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खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में यह भी बताया कि सरकार ने विनेश फोगाट पर कितना पैसा खर्च किया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने विनेश पर 70 लाख 45 हजार रुपए खर्च किए हैं। विनेश को प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा गया था। खेल मंत्री ने बताया कि विनेश फोगाट की सभी जरूरतों को केंद्र सरकार ने पूरा किया है। उनके लिए हंगरी के प्रसिद्ध कोच वॉलर अकोस और फिजिओ अश्विनी पाटील को नियुक्त किए गए हैं। यह अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं। इसके अलावा उन्हें अतिरिक्त स्टाफ भी दिया गया है।