सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में समुद्र तट के निकट एक होटल में शुक्रवार रात एक आत्मघाती हमले और गोलीबारी में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई और 63 लोग घायल हो गए। पुलिस और चश्मदीद लोगों के मुताबिक आत्मघाती हमलावर ने लीडो बीच पर बम विस्फोट किया, जिसके बाद बंदूकधारी हमलावरों ने इलाके में गोलीबारी शुरु कर दी। बता दें, कि यह समुद्र तट व्यापारियों और अन्य लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। यहां पहले भी हमले हो चुके हैं।
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पुलिस के अनुसार इनमें से कई घायलों की हालत अत्यंत गंभीर है। वीडियो फुटेज में मोगादिशु के अब्दियाजीज जिले में कई शव और घायल लोग दिखाई दे रहे हैं। चश्मदीद लोगों के मुताबिक वे काफी दहशत में थे, क्योंकि विस्फोट के तुरंत बाद गोलीबारी शुरु हो गई। कुछ लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाने की कोशिश की जबकि अन्य ने वहां से भागने की कोशिश की। एक चश्मदीद ने बताया, कि उसने समुद्र तट पर घायल लोगों को देखा। लोग दहशत में चिल्ला रहे थे और यह पता लगाना मुश्किल था, कि कौन मर चुका है और कौन अभी भी जीवित है। हमले में कम-से-कम पांच लोग शामिल थे, क्योंकि एक हमलावर ने खुद को उड़ा लिया जबकि तीन अन्य मारे गए। पुलिस प्रवक्ता ने मोगादिशु में पत्रकारों को बताया, कि एक हमलावर को जिंदा पकड़ लिया गया।
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वहीं, स्थानीय मीडिया का कहना है, कि यह हमला अल-शबाब आतंकवादियों द्वारा किया गया था, जिन्होंने दक्षिणी और मध्य सोमालिया के बड़े हिस्से को नियंत्रित किया था। यह समूह अल-कायदा से जुड़ा है और सोमालिया में संयुक्त राष्ट्र समर्थित सरकार के खिलाफ लगभग 20 वर्षों से क्रूर विद्रोह कर रहा है। चरमपंथी संगठनों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखने वाले एसआईटीई खुफिया समूह के अनुसार अल-शबाब ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा, है कि वे सोमालियाई कर्मचारियों और अधिकारियों को निशाना बना रहे थे।
यूएस अफ्रीका कमांड ने पिछले साल कहा था, कि अल-शबाब दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे सक्रिय अल-कायदा नेटवर्क है। इसे 2008 में अमेरिका द्वारा और 2010 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समिति द्वारा आतंकवादी समूह के रूप में नामित किया गया था। इस मामले में युगांडा के अधिकारियों के अनुसार पिछले साल इसने सोमालिया में अफ्रीकी संघ के एक सैन्य अड्डे पर घातक हमला किया था, जिसमें युगांडा के कम से कम 54 सैनिक मारे गए थे।