पाकिस्तान सरकार ने आतंकवादी समूह मजीद ब्रिगेड (एमबी) और हाफिज गुल बहादुर ग्रुप (एचजीबीजी) पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब मुल्क में प्रतिबंधित संगठनों की कुल संख्या 81 हो गई है। इसके साथ ही सरकार ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को फितना अल ख्वारिज के रूप में वर्गीगत किया है। इससे पहले 29 मार्च को आतंकवादी समूह जैनबियुन ब्रिगेड को प्रतिबंधित कर दिया गया था।
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नेशनल काउंटर टेररिज्म अथॉरिटी के एक अधिकारी ने बताया कि मजीद ब्रिगेड को 19 जुलाई और हाफिज गुल बहादुर ग्रुप को 25 जुलाई को प्रतिबंधित किया गया है। प्रतिबंध लगाने से पहले दोनों संगठनों पर दो साल तक निगरानी रखी गई। हाफिज गुल बहादुर पहले एक सरकारी ठेकेदार थे। उनका संगठन एचजीबीजी अब उत्तरी वजीरिस्तान में सबसे मजबूत आतंकवादी समूह है। मजीद ब्रिगेड का गठन 2011 में हुआ था। यह बलूच लिबरेशन आर्मी का विशेष रूप से घातक गुरिल्ला सेल है। यह ब्रिगेड ज्यादातर सुरक्षा बलों और चीन के हितों को निशाना बनाती है।
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आंतरिक मंत्रालय की बुधवार को जारी अधिसूचना के अनुसार सरकार ने सभी संस्थानों के लिए पाकिस्तान पर आतंकवादी हमलों के अपराधियों के नाम से पहले “खारिजी” का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया है। इसका उद्देश्य प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की वास्तविक “विचारधारा” को उजागर करना है। इसका आशय धर्म की आड़ में इस्लाम की छवि को विकृत करना होता है। अधिसूचना के अनुसार आतंकवादी संगठनों से जुड़े व्यक्तियों के लिए ‘मुफ्ती’ और ‘हाफिज’ जैसे शीर्षकों का उपयोग नहीं किया जाएगा, जबकि सभी पत्राचार और दस्तावेजों में उनके नाम से पहले “खारिजी” शब्द लिखा और पढ़ा जाएगा। अधिसूचना के अनुसार “भ्रष्ट तत्वों” को “फितना अल-ख्वारिज” कहा जाता है।