लखनऊ: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट आज 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पेश किया। इस बजट की 9 प्राथमिकताएं हैं। जिसमें 1 करोड़ लोगों को फ्री बिजली, 4.1 करोड़ युवाओं को रोजगार, प्राकृतिक खेती जैसे कई विषयों को ध्यान में रखा गया है। हालांकि, विपक्षी दलों को मोदी सरकार का यह बजट रास नहीं आया। बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव व यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने इस बजट को छलावा बताया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर पोस्ट करके बजट को धन्नासेठों के हित में होने का बताया है। उन्होंने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा कि संसद में आज पेश केन्द्रीय बजट अपने पुराने ढर्रे पर कुछ मुट्ठी भर अमीर व धन्नासेठों को छोड़कर देश के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं, मेहनतकशों, वंचितों व उपेक्षित बहुजनों के त्रस्त जीवन से मुक्ति हेतु ’अच्छे दिन’ की उम्मीदों वाला कम बल्कि उन्हें मायूस करने वाला ज्यादा है।
मायावती ने आगे लिखा कि देश में छाई जबरदस्त गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पिछड़ापन तथा यहां के 125 करोड़ से अधिक कमजोर तबकों के उत्थान व उनके लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं के प्रति इस नई सरकार में भी अपेक्षित सुधारवादी नीति व नीयत का अभाव है। बजट में ऐसे प्रावधानों से क्या लोगों का जीवन खुश व खुशहाल हो पाएगा?
साथ ही मायावती ने आगे लिखा कि देश का विकास व लोगों का उत्थान आंकड़ों के भूल भुलैया वाला न हो, बल्कि लोगों को त्रस्त जीवन से मुक्ति के लिए रोजगार के अवसर, जेब में खर्च के लिए पैसे/ आमदनी जैसी बुनियादी तरक्की सभी को मिलकर महसूस भी हो। रेलवे का विकास भी अति-जरूरी। सरकार बीएसपी सरकार की तरह हर हाथ को काम दे।
बजट पर क्या बोले अखिलेश?
अखिलेश यादव ने बजट पर शाराना अंदाज में निशाना साधा। एक्स पर पोस्ट करते हुए सपा प्रमुख ने लिखा ‘ये बजट भी नाउम्मीदगी का ही पुलिंदा है, शुक्र है इंसान इन हालातों में भी जिंदा है।’ सपा प्रमुख ने अपनी दूसरी पोस्ट में लिखा कि ‘ग्यारहवें बजट में बेरोज़गारी-महंगाई, किसान-महिला-युवा का मुद्दा नौ दो ग्यारह हो गया है।’
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने बजट को बताया निरर्थक
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बजट को निरर्थक करार दिया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार का यह बजट देश की जनता को भ्रमित करने वाला है। बजट में महंगाई, रोजगार, स्वास्थ्य या शिक्षा की कोई बात ही नहीं की कई है। साथ ही बजट उन्होंने कहा कि बजट में यूपी और वाराणसी के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब पीएम अपने संसदीय क्षेत्र के लिए कुछ नहीं दे पाए तो यह पूरा बजट निरर्थक है। इसमें गरीबों, मजदूरों और युवाओं के लिए कुछ भी नहीं है।