उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से लोगों को टास्क देकर पैसे डबल करने का लालच देता था जिसके बाद उनके साथ ठगी करता था। इस गिरोह ने अब तक लगभग 8 करोड़ रुपए की ठगी की है। गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया, खासकर टेलीग्राम, के माध्यम से लोगों को मैसेज भेजते थे। इन मैसेज में टास्क पूरा करने पर पैसे डबल करने का लालच दिया जाता था। भोलेभाले लोग इस जाल में फंस जाते थे और अपने ऑनलाइन अकाउंट खुलवाते थे, जिनमें वे अपनी रकम जमा करते थे। गिरोह पहले तो छोटी रकम को डबल करके लोगों के खातों में भेजता था, जिससे लोगों को विश्वास हो जाता था। इसके बाद, बड़ी रकम आते ही उन खातों से पैसे निकाल लिए जाते थे।
STF के अनुसार, यह गिरोह विभिन्न बैंक खातों का संचालन करता था, जिन्हें जरुरतमंद लोगों के नाम पर खोला जाता था। इन लोगों को पैसों का लालच देकर उनके नाम पर खाते खुलवाए जाते थे। आरोपियों ने लगभग 200 से अधिक बैंक खाते कमीशन के नाम पर खुलवाए थे, जिनमें ठगी की रकम भेजी जाती थी। गिरफ्तार मुख्य आरोपी प्रकाश नवल ने बताया कि उसने 2014 में ITI किया था और 2016 से 2020 तक क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट में काम किया था। सितंबर 2023 में उसे टेलीग्राम पर एक मैसेज मिला जिसमें UPI पेमेंट के मल्टीनेशनल कंपनी में कलेक्शन मैनेजर के पद का ऑफर दिया गया था। इसके बाद प्रकाश ने अपने चचेरे भाई मोंटू के साथ मिलकर किराए के बैंक खाते लेकर ठगी का काम शुरू किया।
गिरोह के सदस्य कैलाश चंद्र सुखेरिया ने Tether USDT में पैसे कन्वर्ट करने का काम किया। किराए के बैंक खाते ब्लॉक हो जाने से पहले 5 दिनों तक इस्तेमाल किए जाते थे। कुल मिलाकर 200 बैंक खाते खुलवाए गए जिनमें लगभग 7 से 8 करोड़ रुपए आए, जिन्हें कमीशन काटकर Tether USDT में कन्वर्ट कर कंपनी के वॉलेट में ट्रांसफर कर दिया गया। STF आरोपी द्वारा बताए गए बैंक खाते, वॉलेट व टेलीग्राम अकाउंट की जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का फोरेंसिक टेस्ट कराया जा रहा है।
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