Lifestyle:- किशमिश का पानी तमाम तरह की बीमारियों के लिए एक बेहतरीन उपचार है, लेकिन अक्सर लोग इसे गलत समय और गलत तरीके से पीते हैं, जिससे मनचाहा परिणाम नहीं मिलता। आज हम आपको बताएंगे कि किशमिश का पानी किस समय पीना चाहिए और इसके सेवन से हमारे शरीर को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। किशमिश में आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फाइबर अच्छी मात्रा में होते हैं। यह गुणों की खान है और इसे विभिन्न तरीकों से उपयोग किया जा सकता है। सही मायने में किशमिश का पानी पीना बेहतर और स्वस्थ जीवन के लिए अत्यंत लाभकारी है।
सही समय और तरीका-
न्यूट्रिशन एक्सपर्ट डॉ. रचना श्रीवास्तव के अनुसार, ब्रेकफास्ट के दौरान और शाम के समय किशमिश का पानी पीना अच्छा होता है। हालांकि, जिन लोगों को एनीमिया है या फिर जिनका वजन नहीं बढ़ रहा, उन्हें सुबह खाली पेट किशमिश का पानी पीना चाहिए। स्वस्थ व्यक्ति अगर ब्रेकफास्ट या शाम को इसका सेवन करता है, तो इससे अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।
किशमिश का पानी बनाने की विधि-
– दो कप पानी उबालें और फिर इसे आंच से उतार लें।
– इसमें एक कप किशमिश मिलाएं।
– किशमिश को रात भर 8 घंटे तक भीगने दें।
– सुबह उठकर इस पानी को छान लें और पी जाएं।
– आप चाहें तो इसमें भुना हुआ जीरा और काला नमक मिलाकर इसे रिफ्रेशमेंट ड्रिंक के तौर पर भी ले सकते हैं।
किशमिश का पानी पीने के फायदे-
डायबिटीज कंट्रोल- नियमित रूप से किशमिश का पानी पीने से डायबिटीज कंट्रोल रहती है। नेशनल हेल्थ इंस्टीट्यूट की एक स्टडी के अनुसार, किशमिश खाने के एक घंटे बाद एंटीऑक्सीडेंट लेवल काफी बढ़ जाता है, जो ब्लड शुगर को मेंटेन रखने में मदद करता है और ब्रेन के काम करने की क्षमता में सुधार होता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करे- खाली पेट भीगी हुई किशमिश का पानी हेल्दी गट को बनाए रखता है। इसके सेवन से शरीर के बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद मिलती है। इसमें डायटरी फाइबर और पॉलीफेनॉल पाए जाते हैं, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने नहीं देते।
खून बढ़ाए- किशमिश आयरन का बेहतरीन सोर्स है। इसकी मदद से ऑक्सीजन सप्लाई और ब्लड सेल्स का निर्माण अच्छे से होता है। आहार में पर्याप्त आयरन न होने से शरीर में आयरन की कमी हो जाती है, जिसे एनीमिया कहते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की एक स्टडी के मुताबिक खून की कमी के कारण व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ और थकावट महसूस होती है।