Rudraprayag News- जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के 5 जवानों ने बलिदान दिया है। इनमें से रुद्रप्रयाग जिले के सूबेदार आनंद सिंह रावत भी हैं। इनका पैतृक गांव कांडा है। जहां पर उनकी मां और बड़े भाई अपने परिवार के साथ रहते है, जबकि आनंद सिंह रावत की पत्नी अपने बच्चों के साथ देहरादून में रहती है। अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जाएगा।
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जम्मू-कश्मीर में चल रही थी ड्यूटी
8 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के 5 जवान ने बलिदान दिया है। इस पांच जवानों में से एक सूबेदार आनंद सिंह रुद्रप्रयाग जिले के कांडा भरदार के रहने वाले थे। उनके बलिदान होने की खबर मिलने के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है। बता दें, कि आनंद सिंह रावत गढ़वाल राइफल में तैनात थे। इन दिनों उनकी ड्यूटी जम्मू-कश्मीर में चल रही थी। साल 2001 में सेना में भर्ती हुई थे। उनकी पत्नी 38 वर्षीय विजया रावत और दो बेटे 16 वर्षीय मनीष और 13 वर्षीय अंशुल वर्तमान में देहरादून के मियांवाला शिवलोक कॉलोनी के पास रह रहे थे, जबकि मां 70 वर्षीय मोली देवी और बड़ा भाई कुंदन सिंह रावत गांव कांडा में रह रहे थे।
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पत्नी और दोनों बेटे पहुंचे पैतृक गांव
बता दें, कि कठुआ शहर से 150 किलोमीटर दूर लोहई मल्हार स्थित बदनोता गांव में नियमित गश्त की जा रही थी। उसी समय आतंकियों ने सेना के जवानों को निशाना बनाया। मंगलवार को पत्नी और दोनों बेटों को गांव लाया गया, जबकि पार्थिव शरीर को सेना द्वारा गांव पहुंचाया जाएगा। जहां पैतृक घाट पर उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।