Agra News- हाथरस के सिकंदराराऊ के गांव फुलरई मुगलगढ़ी में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ के दौरान 121 लोगों की जान चली गई। बता दें, कि हाथरस के बाद आगरा के सैंया और सिकंदरा थाना क्षेत्र में नारायण साकार उर्फ हरि भोले बाबा के सत्संग होने थे। इन दोनों जगहों पर आयोजित होने वाले सत्संग हाथरस से भी बड़े होने थे, मगर हाथरस हादसे के बाद आगरा पुलिस-प्रशासन ने मंगलवार देर रात सत्संग की अनुमति को निरस्त कर दिया।
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इन दो जगहों पर होने थे विशाल सत्संग
बता दें कि, आगरा में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के लाखों अनुयायी हैं। यहां हर साल विशाल सत्संग होता है। सत्संग में राजस्थान और मध्य प्रदेश के अनुयायी भी शामिल होते हैं। पहले कोठी मीना बाजार में आयोजित सत्संग में अनुयायियों की संख्या अधिक होने पर शहर के बाहर शास्त्रीपुरम में सत्संग होने लगा है। इसके साथ ही सैंया थाना क्षेत्र में ग्वालियर रोड पर नगला केसरी में करीब 40 बीघा जमीन पर विशाल सत्संग होना था।
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4 जुलाई से शुरु होना था मानव पावन महापर्व कार्यक्रम
8 दिवसीय मानव पावन महापर्व कार्यक्रम की शुरुआत 4 जुलाई से होनी थी। 11 जुलाई तक आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में लाखों की संख्या में अनुयायी शामिल होने आते हैं, मगर हाथरस की घटना होने के बाद पुलिस ने सत्संग की अनुमति निरस्त कर दी। इसके बाद दूसरे कार्यक्रम की शुरुआत 13 से 23 जुलाई तक होनी थी।
डीसीपी सोनम कुमार ने बताया कि, हाथरस में सत्संग के दौरान दुर्घटना को देखते हुए आगरा में आयोजित होने वाले सत्संग कार्यक्रम की अनुमति पर चर्चा की गई। इसके बाद सैंया और सिकंदरा थाना क्षेत्र में होने वाले सत्संग कार्यक्रम को प्रशासन ने निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।