लखनऊ: यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना हैं। इसको लेकर एनडीए और विपक्षी गठबंधन दोनों खेमे में तैयारियां तेज हो गई हैं। हालांकि, अबकी बार विपक्षी गठबंधन के कार्यकर्ताओं में उत्साह कुछ ज्यादा देखने को मिल रहा है। सपा-कांग्रेस के गठबंधन ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है। दोनों दलों ने यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 43 सीटें जीती हैं। जिसमें से सपा ने 37 तो कांग्रेस को 6 सीटें हासिल हुई हैं।
अब ऐसे में कहा जा रहा है कि यूपी में दोनों दलों का गठबंधन आगे भी जारी रह सकता है। लेकिन, उससे पहले इस गठबंधन को उपचुनाव की कसौटी पर खरा उतरना होगा। दरअसल, यूपी के 9 विधायकों ने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। वहीं, एक सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने पर खाली हुई है। ऐसे में अगस्त तक यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। सूत्रों का कहना है कि उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने भी मैदान में उतरने का मन बनाया है। अब ऐसे में सपा को गठबंधन बचाए रहने के लिए कांग्रेस को हिस्सेदारी देनी होगी।
लेकिन सूत्र बताते हैं कि इसके बदले सपा ने भी कांग्रेस के सामने बड़ी डिमांड रख दी है। 2025 में महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा के चुनाव होने हैं। अगर कांग्रेस यूपी विधानसभा उपचुनाव में हिस्सेदारी चाहती है तो उसे महाराष्ट्र और हरियाणा में सपा को सीटें देनी पड़ेंगी। सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव अपनी पार्टी सपा को पीडीए फार्मूला के जरिए राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना चाहते हैं। इसी को देखते हुए वह महाराष्ट्र और हरियाणा में कांग्रेस से हिस्सेदारी चाहते हैं।
अखिलेश की हरियाणा और महाराष्ट्र पर नजर
क्योंकि, 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने 2 सीटें जीती थीं। वहीं, हरियाणा में करीब 20 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां पर यादव मतदाताओं की संख्या अच्छी खांसी है। ऐसे में इन सीटों पर अखिलेश की नजर बनी हुई है। हालांकि, अखिलेश की बातों को मामना कांग्रेस के लिए इतना आसान नहीं होगा।
क्योंकि महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में कांग्रेस पार्टी सपा से कई गुना ज्यादा मजबूत है, कांग्रेस का हर जिले और ग्राम पंचायत स्तर तक संगठन खड़ा है। ऐसे में कांग्रेस यह नहीं चाहेगी कि वह भविष्य के लिए कोई नया प्रतिद्वदी तैयार कर ले। इसी को देखते हुए हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन पहले ही टूट चुका है। जबकि, लोकसभा चुनाव दोनों दल साथ मिलकर लड़े थे।
यूपी की इन 10 विधानसभा सीटों पर होना है उपचुनाव
लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी के 9 विधायक अब सांसद बन चुके हैं। इसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल से विधायक थे, जो अब कन्नौज से सांसद बन चुके हैं। वहीं, मिल्कीपुर से सपा विधायक अवधेश प्रसाद फैजाबाद से सांसदी का चुनाव जीते हैं। कटेहरी से सपा विधायक लालजी वर्मा, कुंदरकी से सपा विधायक जियाउर रहमान लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं।
वहीं, भाजपा विधायक अनूप वाल्मीकि, अतुल गर्ग और प्रवीण पटेल भी सांसदी का चुनाव जीते हैं। साथ ही निषाद पार्टी विधायक विनोद कुमार बिंद व रालोद विधायक चंदन चौहान भी सांसद चुने गए हैं। इसके अलावा सपा विधायक इरफान सोलंकी की विधानसभा सदस्यता खत्म हो चुकी है। जिसके चलते विधानसभा की कुल 10 सीटें खाली हैं।