भारत अपनी सांस्कृतिक एवं पारंपरिक धरोहरों के लिए विख्यात है। यहां बहुत सी ऐसी इमारतें बनी हुई हैं, जिनका पूर्व में कोई न कोई इतिहास अवश्य रहा है। भारत का राजस्थान एक ऐसा राज्य है जहां आपको तमाम तरह की ऐतिहासिक इमारतें देखने को मिल जाएगी। वैसे राजस्थान अपनी खूबसूरती और रंग-बिरंगी संस्कृिति के लिए विख्यात है। यहां का इतिहास भी गौरवमयी रहा है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर को ‘पिंक सिटी’ के नाम से भी जाना जाता है। यहां देश विदेशों से लोग घूमने के लिए आते हैं। जयपुर का हवा महल काफी विख्यात है। जिसे देखने के लिए लोग दूर दराज से यहां आते हैं।
हवा महल की कहानी-
जयपुर का ‘हवा महल’ शहर के सबसे महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल में गिना जाता है। हवा महल अर्थात ‘हवाओं का महल’। 5 मंजिल वाली ये इमारत मधुमक्खी के छत्ते की भांति दिखाई देती है। हवा महल में तमाम खिड़कियां और झरोखे बने हुए हैं। जिसके कारण यहां हमेशा हवा चलती रहती है। इसी लिए इसका नाम हवा महल है।
किस लिए बनाया गया था हवा महल-
हवा महल बनवाने का मुख्य उद्देश्य शाही परिवार और दरबार की महिलाओं को दूसरों की नजरों से बचाकर ‘जौहरी बाजार’ की चहल-पहल को देखने की अनुमति देना था। माना जाता है कि शाही घराने की महिलाएं महल में मौजूद छोटी -छोटी खिड़कियों और झरोखों की मदद से सड़क पर होने वाली हलचल को देख पाती थी।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इतनी बड़ी इमारत किसी नींव पर नहीं खड़ी है। हवा महल में घुमावदार वास्तुकला है, जो 87 डिग्री के कोण पर झुकती है। ये एक पिरामिड के आकार का है। जिसके कारण ये इमारत बिना किसी नींव के सदियों से खड़ी है।