G7 समिट में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी इटली पहुंच गए हैं। यहां के ब्रिंडिसि हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत हुआ। बता दें कि इस बार इटली G7 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता और मेजबानी कर रहा है। G7 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान देश शामिल हैं।
G7 समिट में पीएम मोदी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी,, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जर्मनी के चांसलर और जापान के प्रधानमंत्री से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
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‘वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना हमारा लक्ष्य’
तीसरी बार भारत का प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी का ये पहला विदेश दौरा है। पीएम मोदी ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा कि , “हमारा लक्ष्य वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना और उज्जवल भविष्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।”
15 जून तक चलेगा G7 समिट
इटली के अपुलिया क्षेत्र के बोर्गो एग्नाजिया के आलीशान रिसॉर्ट में 13 से 15 जून तक आयोजित होने वाले G7 शिखर सम्मेलन में तमाम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
क्या है G7 ?
G7,, विश्व के प्रमुख औद्योगिक देशों का एक समूह है। इस ग्रुप में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, जापान, इटली और जर्मनी आते हैं। 25 मार्च 1973 को इस संगठन की शुरुआत हुई थी। G7 कभी G8 भी हुआ करता था। दरअसल शुरुआत में रूस भी इस संगठन का हिस्सा था, लेकिन बाद में कुछ मतभेदों के चलते रूस को इस समूह से निकाल दिया गया था। रूस के साथ रहने पर इस समूह में 8 सदस्य देश थे और इसे G8 कहा जाता था।
G7 का किसी भी देश में कोई मुख्यालय नहीं है। इस समूह में शामिल देश बारी-बारी से शिखर सम्मेलन की मेजबानी करते हैं। जिस देश के पास इसकी मेजबानी होती है, उसे ही इस ग्रुप का अध्यक्ष कहा जाता है। इस ग्रुप की स्थापना तेल संकट से उबरने के लिए की गई थी। जी-7 सदस्य देश वर्तमान में ग्लोबल GDP का लगभग 45 प्रतिशत और दुनिया की 10 प्रतिशत से ज्यादा आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।