Lifestyle:- पहले यह माना जाता था कि कैंसर केवल बड़ी उम्र के लोगों को ही प्रभावित करता है, लेकिन अब इसके मामले युवाओं में भी देखे जा रहे हैं। कई अध्ययनों में पाया गया कि इसके मामले युवाओं में बढ़ रहे हैं। 2023 में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया था कि भारत में ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर जैसे कैंसर के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। इसमें यह भी पाया गया कि महज 30 वर्षों में वैश्विक स्तर पर 50 से कम उम्र के लोगों में कैंसर के नए मामलों में 79 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कहीं न कहीं कैंसर के बढ़ते मामलों की एक बड़ी वजह हमारी आधुनिक जीवनशैली भी है।
मोटापा भारत के युवाओं में बढ़ती महामारी है जो 15 प्रकार के कैंसर का कारण है। स्मोकिंग और अधिक शराब पीना भी कैंसर की बड़ी वजह बन रहा है। वहीं यदि परिवार में किसी को कैंसर रहा हो तब भी युवावस्था में कैंसर का खतरा बना रहता है। 5-10% युवाओं में होने वाले कैंसर का कारण आनुवांशिक है। आजकल अधिकांश युवा प्रोसेस्ड फूड खाते हैं जिनमें पोषक तत्वों की कमी होती है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी से सेहत पर बेहद बुरा असर पड़ता है।
युवाओं में कैंसर के बढ़ते मामले कई वजहों से चिंता का विषय हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कैंसर स्क्रीनिंग प्रोग्राम बुजुर्गों के लिए डिजाइन किए गए हैं। लेकिन कई मामलों में ऐसा होता है कि युवाओं में कैंसर के पारंपरिक लक्षण नहीं दिखते जिससे समय रहते कैंसर का पता भी नहीं चल पाता। अपोलो हॉस्पिटल की डॉक्टर पाखी अग्रवाल के अनुसार युवा वयस्कों में कैंसर अधिक आक्रामक होता है। इसका पैटर्न पता नहीं चलता जिससे इसका इलाज अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाता है। डॉक्टर कहते हैं कि कैंसर के लिए हमारी डाइट दोधारी तलवार की तरह काम करती है।
वहीं अधिक मात्रा में प्रोसेस्ड फूड और रेड मीट खाने से कोलोन कैंसर का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। इसलिए ऐसा खाना खाएं जिसमें पर्याप्त मात्रा में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन शामिल हो। अगर हम शारीरिक गतिविधियां बहुत ही कम करते हैं तो दोनों चीजें मिलकर कैंसर के खतरे को और बढ़ा सकती है। इससे बचने के लिए हेल्दी जीवनशैली अपनाएं। नियमित एक्सरसाइज करें। स्मोकिंग से बचें! एल्कोहल का सेवन बिल्कुल भी न करें।
यह भी पढ़ें:- सावधान! गर्मियों में सोच-समझकर पिएं नींबू पानी, वरना हो सकती हैं ये दिक्कतें