Lucknow News- भारत में रेलवे यात्रा के दौरान यात्रियों को कई बार ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है, जिससे सफर करने वाले हैरान और परेशान हो जाते हैं। इन समस्याओं में से रेलवे टिकट का खो जाना या फिर टिकट का फट जाना भी शामिल है। ऐसी परिस्थियों में यात्रियों को कुछ समझ नही आता है, कि वो क्या करें और क्या न करें, तो आइए हम बताते हैं कि उनकी इस समस्या का समाधान कैसे हो सकता है…
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दो श्रेणियों के टिकट
बता दें कि ट्रेन में दो श्रेणियों के टिकट लेकर लोग सफर करते हैं, इनमें पहली जनरल श्रेणी और दूसरी श्रेणी रिजर्वेशन की होती है। इन रेल टिकटों के खो जाने या फिर फट जाने को लेकर यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन परेशानियों को दूर करने के लिए हम आपको बताते हैं कि विभाग की तरफ से ऐसी क्या खास सहूलियतें की गई हैं, जिसके यात्रियों की यह समस्या दूर हो सकती है। आइए जानते हैं विस्तार से…
ऐसा करने से मिल सकता है समस्या से छुटकारा
पहला यदि रिजर्वेशन श्रेणी का टिकट सफर के दौरान खो जाता है, तो किसी भी स्टेशन से आप इसका डुप्लीकेट टिकट प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए सफर करने वालों को दो बातों का ध्यान रखना होगा। पहला टिकट कन्फर्म होना चाहिए और यदि कन्फर्म नहीं है तो कम से कम आरएसी (RAC) होना जरुरी है। टिकट खो जाने की स्थिति में डुप्लीकेट बनवाने के लिए स्लीपर श्रेणी के लिए 50 रुपए और इससे ऊपर की श्रेणी के लिए 100 रुपए शुल्क रेलवे की ओर से लिया जाता है। वहीं, अगर टिकट फट जाता है, तो आपको टिकट का 25% अमाउंट देना पड़ सकता है।
यात्रा के दौरान PNR से नही चलेगा काम
रेल विभाग के नियमों के अनुसार सफर के दौरान यात्रियों को साथ में टिकट लेकर चलना अनिवार्य है। आपको बता दें कि यात्री इस भ्रम में न रहे कि केवल पैसेंजर नेम रिकॉर्ड (PNR) बता देने से उनका सफर आसान नही होगा। वहीं अगर आपने मोबाइल से टिकट बुक कराया है, तो आपको टिकट कॉपी ऑनलाइन मिलती है, ऐसी स्थिति में आपको टीटीई को पीएनआर बताने के साथ मोबाइल की ऑनलाइन कॉपी भी दिखाना अनिवार्य है। वहीं, रेलवे काउंटर से टिकट लेने वालों के लिए टिकट रखना अनिवार्य है।
रेलवे काउंटर से मिलेगा डुप्लीकेट टिकट का रिफंड
रेल में सफर करने वाले यात्रियों के साथ कई बार ऐसा भी होता है कि उनका टिकट खो जाता है, फिर वो डुप्लीकेट टिकट बनवा लेने हैं और बाद में खोया हुआ टिकट अचानक से फिर से मिल जाता है, तो ऐसी स्थिति में रेलवे आपको डुप्लीकेट टिकट का रिफंड लौटा देगा। इसके लिए आपको रेलवे काउंटर पर जाकर डुप्लीकेट टिकट का रिफंड लेने की बात कहनी होगी। रेलवे की ओर से 20 रुपए या फिर पांच फीसदी अमाउंट काटकर बाकी पैसा रिफंड कर दिया जाता है। अगर रिफंड लेने में आपको समस्या आ रही है, तो टीटीई को समस्या बता सकते हैं, वह आपकी मदद करेगा।