Lifestyle:- हमारी रसोई में रखे हुए ऐसे कई मसाले जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। जिनके सेवन से शरीर को एक नहीं बल्कि कई पोषक तत्व मिलते हैं। इन्हीं मसालों में से एक ‘सौंफ के दाने’। इन बीजों को आयुर्वेद में औषधी की तरह इस्तेमाल किया जाता है। सौंफ का पानी पीने पर पेट से जुड़ी लगभग सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इससे ब्लोटिंग और एसिडिटी की दिक्कत भी दूर होती है।
सौंफ का पानी बनाने का तरीका- सौंफ का पानी बनाने के लिए एक कप पानी और एक चम्मच सौंफ के दानों को लें। सबसे पहले एक कप गर्म पानी में एक चम्मच सौंफ के दानों को तकरीबन आधा घंटे के लिए भिगोकर रख दें। इस पानी को छानकर खाना खाने के आधे घंटे बाद ले सकते हैं।
सौंफ का पानी पीने के फायदे- सौंफ का पानी पीने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। इस पानी से पेट को डाइजेस्टिव एंजाइम्स मिलते हैं। इससे पाचन बेहतर होता है। वहीं ब्लोटिंग दूर होने के साथ, कब्ज की दिक्कत से राहत मिलती है। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के चलते सौंफ के पानी से इंफ्लेमेशन कम होती है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को दूर रखते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करते हैं।
ब्लड शुगर रेग्यूलेट करने के लिए भी सौंफ का पानी लिया जा सकता है। इस पानी को पीने पर ब्लड शुगर स्पाइक का खतरा भी नहीं रहता है। वजन कम करने के लिए भी सौंफ का पानी पी सकते है। सौंफ के पानी से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करता है जिससे एक्सेस फूड इंटेक की संभावना कम होने लगती है। सौंफ के दाने विटामिन-A के अच्छे स्त्रोत माने जाते हैं इसीलिए ये आंखों की सेहत को अच्छा रखते हैं।
इन बीजों का सेवन आंखों को प्रोटेक्ट करता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सौंफ के बीजों का सेवन फायदेमंद होता है। इन बीजों से शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों से छुटकारा मिलता है। दिल की सेहत दुरुस्त रखने के लिए भी सौंफ के बीजों का पानी पिया जा सकता है। इन सीड्स से ब्लड प्रेशर की दिक्कत कम होती है।
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