Gorakhpur News- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की शैक्षिक व चिकित्सकीय समेत सभी संस्थाओं ने हमेशा अपने-अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए समाज और राष्ट्र के हित में अपनी उपयोगिता प्रमाणित की है।
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उन्होंने कहा कि इसको आगे बढ़ाते हुए, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए सभी संस्थाएं परिसर संस्कृति को समृद्ध करने और निरंतर नवाचार पर ध्यान देने की तरफ अग्रसर हों। इस शिक्षा परिषद की संस्थाओं ने सामाजिक सहभाग को भी अपने ध्येय का हिस्सा बनाया है और इसे भविष्य में इसका दायरा और विस्तृत करने की आवश्यकता है। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अंगीकार करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। अब जरुरत है कि हमारी संस्थाएं राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को शत-प्रतिशत अपनाकर अन्य संस्थाओं के लिए रोल मॉडल बनें।
सीएम योगी ने रविवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की सभी संस्थाओं की वार्षिक समीक्षा और भावी कार्ययोजना को लेकर बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने एक-एक कर सभी संस्थाओं के प्रमुखों से उनकी साल भर की गतिविधियों और उपलब्धियों की जानकारी ली और आगामी कार्य योजना को लेकर उनके लक्ष्यों पर अपने सुझाव दिए। संस्थाओं की तरफ से वार्षिक समीक्षा और भावी कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण पावर प्वाइंट डिस्प्ले के जरिये किया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं की गतिविधियों की सराहना की और भावी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद सिर्फ स्कूल, कॉलेज या अस्पताल खोलने वाली संस्था नहीं है। बल्कि इसका ध्येय शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सेवाओं के माध्यम से समाज और राष्ट्र के सामाजिक विकास में योगदान देना है।