Haridwar News- उत्तराखंड में युवाओं को नशे की आदत से मुक्त कराने के उद्देश्य से विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर शांतिकुंज-परिवार ने जन-जागरण रैली निकाली। विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम पर बच्चों को तंबाकू के उपयोग से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरुक किया जा रहा है। इस रैली में शांतिकुंज के कार्यकर्ता सहित विभिन्न साधना व प्रशिक्षण शिविरों में आए प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। रैली में तंबाकू भगाओ-देश बचाओ, पान-बीड़ी और शराब स्वास्थ्य को करते खराब, नशा नाश की जड़ है भाई, जैसे विभिन्न नारे लगाकर नशा-मुक्ति का संदेश दिया गया।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड- हल्द्वानी की 7 वर्षीय बेटी हर्षिका रिखाड़ी का श्रीलंका की योग प्रतियोगिता में हुआ चयन, बचपन से थी रुचि
अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि किसी भी रूप में तंबाकू का अधिक सेवन से क्षय रोग, हृदय रोग, उदर रोग, नेत्रों की खराबी सहित अनेक बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं। पैरों की नसों से लेकर मस्तिष्क तक को भारी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि इस समय युवाओं को तंबाकू जैसे खतरनाक नशे के सेवन से बचना है तभी हमारा देश विकसित व सभ्य देश बन पाएगा। उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक शैक्षणिक संस्थानों में हुए रिचर्स से पता चला है, कि भयानक कैंसर रोग का एक बड़ा कारण धूम्रपान ही है।
यह भी पढ़ें- नागपुर में पारा हुआ प्रचंड! 56 डिग्री सेल्सियस पहुंचा तापमान, टूट गए सभी रिकॉर्ड!
जन-जागरुकता रैली में संस्था की शैल दीदी ने कहा कि भूटान सहित अनेक देशों में तंबाकू का प्रयोग निषिद्ध है। भारत को इन देशों से सीख लेना चाहिए। तंबाकू, चरस, अफीम, शराब आदि नशीली चीजें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने बताया कि इस रैली के माध्यम से युवाओं को जागरुक करने का संदेश दिया जा रहा है। इससे होने वाले शारीरिक और मानसिक नुकसान के बारे में भी युवाओं को बताया जा रहा है।