नई दिल्ली: भीषण गर्मी के बीच दिल्ली में पेय जल संकट एक बार फिर गहरा गया है। इसको लेकर आप सरकार बैठक कर ही है। लेकिन, अभी तक कोई उचित समाधान नहीं निकल पाया है। उमस भरी गर्मी में पेय जल संकट उत्पन्न होने से दिल्ली वासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर बीजेपी दिल्ली की AAP सरकार पर हमलावर है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पेय जल संकट कृत्रिम है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की जनता पानी के लिए आज हाहाकार कर रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने जानबूझ कर यह पेय जल संकट खड़ा किया है। ताकि भ्रष्टाचार करने का अवसर मिल सके। वहीं, जारी पेय जल संकट को लेकर दिल्ली भाजपा के कार्यकर्ता शुक्रवार 31 मई को सुबह 10 बजे दिल्ली सचिवालय के बाहर केजरीवाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
इसकी जानकारी गुरुवार को प्रेस वार्ता कर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने दी। उन्होंने कहा कि जल मंत्री आतिशी मार्लेना कह रही हैं कि हरियाणा सरकार उन्हें पानी नहीं दे रही है। लेकिन, वह सत्यता को छिपा रही हैं। कुछ दिन पहले ही दिल्ली सरकार फ्लड डिपार्टमेंट व जल बोर्ड के अधिकारी हथिनी कुंज बैराज गए थे, जहां पर हरियाणा सरकार के पदाधिकारी भी मौजूद थे। वहां पानी को मापने के लिए लगे सिस्टम को चेक करने के बाद फ्लड डिपार्टमेंट व जल बोर्ड के अधिकारी संतुष्ट होकर लौटे। क्योंकि, हरियाणा सरकार वादे से अधिक पानी दिल्ली को सप्लाई कर रही है।
सचदेवा ने कहा कि समझौते के अनुसार, हरियाणा को 719 क्यूसेक पानी दिल्ली को भेजना है। लेकिन, हरियाणा सरकार प्रतिदिन 1049 क्यूसेक पानी दे रही है। अब सवाल यह है कि आखिर जब वादे से अधिक पानी दिल्ली को मिल रहा है, तो फिर एक ही टाइम सप्लाई देने का क्या मतलब है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पानी बर्बाद हो रहा है और दिल्ली सरकार उस बर्बादी को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। इसलिए उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को छुड़ाते हुए 2,000 रुपये का जुर्माना लगाने का निर्णय लिया है।
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दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि टैंकर माफिया को बढ़ावा देने का काम केजरीवाल सरकार कर रही है। दिल्ली में पानी की आपूर्ति के लिए टैंकरों की संख्या बढ़ाने की बात हुई थी, लेकिन वह संख्या सिर्फ कागजों में ही रही। हर गाड़ी के चक्कर के जो पैसे बचेंगे और वह नीचे से ऊपर तक के जल मंत्री से जल बोर्ड अधिकारियों के कार्यालय में बटेंगे।