Chamauli News- हिन्दुओं के पवित्र तीर्थ बदरीनाथ-धाम को स्मार्ट आध्यात्मिक हिल-टाउन बनाने के उद्देश्य से मास्टर प्लान पर काम किया जा रहा है। बताते चलें कि करोड़ों रुपए की लागत से बनाया जा रहा, ये मास्टर प्लान पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। पीएम मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर पीएमओ और उत्तराखंड सरकार कार्यों के बारे में पल-पल की जानकारियां ले रहे हैं। इस संबंध में चमोली डीएम ने जल संस्थान को विस्तृत सर्वे करने के बाद प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
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जिलाधिकारी ने ली बैठक
बदरीनाथ-धाम में नई पेयजल योजना का प्रस्ताव तैयार करने को लेकर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने जल संस्थान के साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निर्देशित किया कि बदरीनाथ धाम में भविष्य की जरुरतों का विस्तृत आकलन करते हुए नई पेयजल योजना का प्रस्ताव तैयार किया जाए। इसमें स्थानीय लोगों, मंदिर समिति, आर्मी, आईटीबीपी समेत सभी विभागों के सुझाव लिए जाएं। आईएनआई डिजाइन कंपनी से समन्वय करते हुए उसे निर्देशित किया है कि प्लान के साथ इसको इंटीग्रेट करें।
अधिकारियों को निर्देशित किया
वहीं इस जगह पर भविष्य में बनने वाले नए होटल, भवन और तीर्थयात्रियों की क्षमता का सही आकलन करते हुए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए। वर्तमान पेयजल स्रोत के अलावा नए स्रोत चिन्हित करने के लिए जिलाधिकारी ने जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सबके सुझाव लेकर 20 जून तक बदरीनाथ में आईओटी आधारित नई पेयजल योजना का प्रस्ताव उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बदरीनाथ मंदिर के दूर से होंगे भव्य-दर्शन
आपको बताते चलें कि बदरीनाथ धाम में पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के मास्टर प्लान पर काम चल रहा है। मास्टर प्लान के अनुसार बदरीनाथ मंदिर के आस-पास 75 मीटर के दायरे में सारे पुराने निर्माण हटाए जाने हैं। ऐसा करने से बदरीनाथ मंदिर के दूर से ही भव्य दर्शन होने लगेंगे। इसके साथ ही अहमदाबाद में नर्मदा और लखनऊ में गोमती रिवर फ्रंट की तरह ही अलकनंदा रिवर फ्रंट बनना है।