ललितपुर: इन दिनों उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के डीएम अक्षय त्रिपाठी के प्रयासों की जमकर सराहना हो रही है। उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जो लगभग असंभव सा था। दरअलस, ललितपुर में लोकसभा चुनाव के 5वें चरण का मतदान 20 मई को था। इसको लेकर यहां के जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने खूब मेहनत की। जिसके फल स्वरूप जिले के तीन बूथों पर 100 प्रतिशत मतदान हुआ।
हालांकि, बूथों पर 100 प्रतिशत मतदान हो यह सब इतना आसान नहीं था। इसके लिए पहले से काफी मेहनत करनी पड़ी। डीएम अक्षय त्रिपाठी ने सिर्फ पोस्टर, बैनर से प्रचार नहीं किया। बल्कि लोगों से व्यक्तिगत संपर्क साधा। जो लोग बाहर काम कर रहे थे, उन्हें ऑफिस से छुट्टी दिलवाई। तो कई वोटर फ्लाइट से मतदान करने पहुंचे।
झांसी-ललितपुर लोकसभा सीट पर सर्वाधिक वोटिंग ललितपुर विधानसभा क्षेत्र में हुई। हालांकि, यहां अबकी बार पिछले साल की अपेक्षा 3 प्रतिशत वोट कम पड़े। लेकिन, यहां के 3 पोलिंग बूथों पर ऐतिहासिक 100 प्रतिशत मतदान हुआ। जिले के मड़ावरा ब्लॉक के सौलदा, बुदनी नाराहट व बिरघा ब्लॉक के बम्हौरी नागल पोलिंग बूथ पर 100 प्रतिशत मतदान हुआ। इन गांवों के एक-एक वोटर्स को पोलिंग बूथ तक लाने के लिए मतदानकर्मियों ने खूब मेहनत की। दिल्ली से लेकर बेंगलुरु में रह रहे लोगों को वोट डालने के लिए बुलाया गया।
हालांकि, ललितपुर जिले में शत प्रतिशत मतदान हो इसको लेकर डीएम अक्षय त्रिपाठी पहले से ही तैयारियों को अंजाम रहे थे। मतदान निष्पक्ष और शांतपूर्ण तरीके से हो इसको लेकर व्यापक इंतजाम किए गए थे। शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के लिए पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान और बीएलओ को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसके प्रभाव भी देखने को मिला।
जिले के सौलदा गांव में 357 मतदाता थे। यहां के 26 लोग ऐसे थे जो बाहर रह रहे थे। इन सभी लोगों के साथ संपर्क साधा गया। यहां शेर सिंह नाम का एक मतदाता बेंगलुरु में काम करता था। जब बीएलओ ने उससे संपर्क किया तो वह फ्लाइट से भोपाल पहुंचा और यहां से वहां से अन्य साधनों के जरिए अपने गांव पहुंचा। फिर उसने मतदान किया। जिससे 357 में से सभी 357 लोगों ने वोट डाले। वहीं, बम्होरी नांगल गांव के पोलिंग बूथ पर देखने को मिला। जहां 441 मतदाता थे, सभी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।