Lucknow: सपा मुखिया व यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव को लेकर दिन रात मेहनत कर रहे हैं। वह भाषणों के जरिए बीजेपी पर हमलावर हैं। सपा प्रमुख एनडीए सरकार की आलोचना कर रहे हैं। वहीं, अपनी पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में संचालित की गई योजनाओं की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
2014, 2017, 2019 और 2022 में लगातार 4 चुनाव हारने के बाद, अबकी बार 2024 में वह PDA फार्मूला के जरिए बीजेपी को शिकस्त देना चाहते हैं।
इसी क्रम में उन्होंने एक बहुत बड़ा दावा कर दिया है। जिसको लेकर भाजपा में हलचल तेज हो गई है। हालांकि, उनके इस बयान के बाद विरोधाभास की स्थिति भी उत्पन्न हो गई है।
दरअसल, अखिलेश यादव ने अपने एक भाषण के दौरान कहा कि अबकी बार देश भर में भाजपा सिर्फ 143 सीटों पर ही सिमट जाएगी। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा वाले 400 पार का दावा करते हैं। लेकिन, अब समझ में आ गया है कि वह यह दावा किस आधार पर कर रहे हैं।
सपा प्रमुख ने कहा अगर 543 में से 400 हटा दो, तो 143 ही बचती हैं। BJP वाले उन 143 सीटों की ही बात कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि सिर्फ वाराणसी सीट पर लड़ाई है, बाकी सभी सीट हमारा गठबंधन जीतने जा रहा है।
बता दें कि अखिलेश यादव का यह बयान सीएम अरविंद केजरीवाल उस बयान के बाद आता है, जिसमें उन्होंने दावा किया था की अबकी बार भाजपा सिर्फ 230 सीट ही जीत पाएगी। केजरीवाल ने यह बयान लखनऊ में अखिलेश यादव के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दिया था।
जहां अखिलेश यादव बीजेपी के 143 सीटों तक सिमटने का दावा कर रहे हैं। वहीं, उन्हीं के साथी अरविंद केजरीवाल भाजपा को 230 सीटे दे रहे हैं। दोनों नेताओं के बयानों में कहीं न कहीं बड़ा अंतर दिखता है। जिसको लेकर लोगों का कहना है कि विपक्षी नेताओं के बयानों में सामंजस्य नहीं दिख रहा है।