रायबरेली: सपा से बगावत कर विधायक मनोज पांडेय आज शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। जिसके बाद उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह की चुनावी जनसभा में उनके साथ मंच भी साझा किया। मनोज पांडेय के सपा में शामिल होने के बाद रायबरेली में कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी के राहें और मुश्किल हो गई हैं। अब मनोज पांडेय खुलकर भाजपा का प्रचार करेंगे। जिससे रायबरेली से भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह को फायदा मिलेगा।
बता दें कि इसके पहले बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह जब अमेठी में जनसभा को संबोधित करने आए थे, तब वह मनोज पांडेय के आवास पर पहुंचे थे। इस दौरान गृह मंत्री ने मनोज पांडेय के आवास पर कुछ समय बिताया था और परिजनों से भी भेंट की थी। तभी से यह कयास लगाए जा रहे थे कि अब वह शीघ्र ही भाजपा में शामिल हो जाएंगे। आखिरकार आज शुक्रवार 17 मई को मनोज पांडेय ने सपा छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
राज्यसभा चुनाव में सपा से की थी बगावत
बता दें कि रायबरेली जिले की ऊंचाहार विधानसभा सीट से वर्तमान सपा विधायक मनोज पांडेय ने राज्यसभा चुनाव के दौरान बगावत की थी। जिसके बाद भाजपा के 8वें प्रत्याशी संजय सेठ ने राज्यसभा का चुनाव में जीत दर्ज की थी। उसी के बाद से कयास लगने लगे थे कि वह शीघ्र ही भाजपा में शामिल होंगे।
मनोज पांडेय का सियासी सफर
मनोज पांडेय ने अपना पहला चुनाव रायबरेली नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद का जीता। वह अपने राजनीतिक जीवन के शुरुआत से ही दिग्गज नेताओं के करीबी रहे। पक्ष हो या विपक्ष हर सभी नेताओं से उनके मजबूत संबंध माने जाते हैं। मनोज पांडेय जब रायबरेली नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष रहते हुए उस समय के दिग्गज भाजपा नेता लालजी टंडन के खासमखास थे। टंडन ने ही उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिलवाया। टंडन के साथ-साथ वह यूपी के पूर्व सीएम रामप्रकाश गुप्त व दिग्गज भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी के भी करीबी रहे।
वहीं, जब मनोज पांडेय ने सपा ज्वाइन की तब वह मुलायम सिंह यादव व जनेश्वर मिश्र के करीबी रहे। 2012 में वह पहली बार सपा के टिकट पर ऊंचाहार से विधायक चुने गए। तब के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मंत्री और मुख्य सचेतक बनाया। मनोज पांडे 2012 से 2022 तक लगातार ऊंचाहार विधानसभा सीट से विधायक चुनते आ रहे हैं।
वह रायबरेली जिले व आसपास के क्षेत्रों में ब्राह्मण समाज के सर्वमान्य नेता माने जाते हैं। पांडेय अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं यही कारण है कि उन्होंने दो बार स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कृष्ट मौर्य को दो बार व भाजपा प्रत्याशी अमरपाल मौर्य को 1 बार चुनाव हराया है।
यह भी पढ़ें: UP: राज्यसभा मतदान से पहले सपा को बड़ा झटका, मनोज पांडेय ने दिया पार्टी से इस्तीफा
मनोज पांडेय का व्यक्तिगत जीवन
विधायक व पूर्व मंत्री मनोज पांडेय का जन्म 15 अप्रैल 1968 को रायबरेली में हुआ। वह मूल रूप से सुल्तानपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता डॉ रमाकांत पांडे रायबरेली आयुवेर्दिक चिकित्सक थे। रायबरेली में आकर उन्होंने ख्याति प्राप्त की और जिले के प्रसिद्ध चिकित्सकों में उनकी गिनती होने लगी। मनोज पांडे स्नातकोत्तर के साथ ही पीएचडी भी की है। 1995 में उनका विवाह नीलम पांडेय से हुआ था।