Gorakhpur News- लॉरेंस बिश्नोई गैंग को असलहों की सप्लाई करने वाले मनीष यादव को हरियाणा और उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया इस मामले में एसटीएफ टीम मनीष यादव की करीब एक साल से तलाश कर रही थी। बताते चलें कि इसके पहले शहर के सिंघाडिया चौराहे पर रहने वाले वाले मनीष के साथी शशांक को भी हरियाणा पुलिस ने एक वर्ष पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
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एसटीएफ के अनुसार अप्रैल 2023 में अंबाला के रहने वाले मखन सिंह लवाना से लॉरेंस बिश्नोई के चचेरे भाई अनमोल ने 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। रुपए न मिलने पर उसके घर फायरिंग कराई गई थी। इस मामले में हरियाणा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की, तो पता चला कि गैंग के खास सदस्य विक्की लाला के जरिए गोरखपुर के सिंघाड़िया में रहने वाले शशांक पांडेय और बरगदवा के मनीष यादव ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को असलहा की सप्लाई की थी। दोनों ही गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं। अंबाला पुलिस ने शशांक और उसके अन्य साथियों को असलहों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि मनीष की तलाश चल रही थी।
आखिरकार गुरुवार को उसकी लोकेशन को ट्रैक करते हुए हरियाणा एसटीएफ के अधिकारियों ने गोरखपुर एसटीएफ से संपर्क किया और टीम के साथ घेराबंदी कर उसे बरगदवा चौराहा के पास से दबोच लिया। हरियाणा एसटीएफ की टीम मनीष यादव को ट्रांजिट डिमांड पर लेकर अंबाला चली गई है। बताते चलें कि मनीष यादव के खिलाफ गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र में वर्ष 2019 में बलवा और तोड़फोड़ के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद वह हरियाणा चला गया, जहां लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ने के बाद उसने असलहों की आपूर्ति शुरु कर दी। वर्ष 2023 में उस पर कुरुक्षेत्र के शाहबाद थाने में आर्म्स एक्ट का मुकदमा भी दर्ज हुआ।
मनीष यादव से पूछताछ में एसटीएफ को पता चला है कि विक्की लाला अंबाला की जेल में बंद था। वहां सिंघाडिया के रहने वाले शशांक पांडेय से उसकी मुलाकात हुई थी। जमानत पर छूटने के बाद शशांक भी गैंग से जुड़ गया था। उसी ने उसकी मुलाकात विक्की लाला से कराई थी। जिसके बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग को इंदौर के साथ ही देश के अन्य राज्यों में वह असलहों की आपूर्ति करने लगा। हालांकि उसने यह नहीं बताया कि उसे असलहे कहां से मिलते थे। मनीष यादव की गिरफ्तारी के संबंध में गोरखपुर पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हरियाणा एसटीएफ और गोरखपुर एसटीएफ की टीम ने मनीष को गिरफ्तार किया था। जिसे ट्रांजिट रिमांड पर देर शाम हरियाणा एसटीएफ लेकर अंबाला चली गई है।