Sri Nagar- चार धामों की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में गजब उत्साह देखने को मिल रहा है। भगवान की भक्ति में रमे हुए भक्त दूसरे राज्यों से हजारों किलोमीटर यात्रा का सफर पैदल ही तय करके दर्शन करने को उत्तरकाशी के लिए निकले हुए हैं।
यह भी पढ़ें- चारधाम यात्रा 2024- खुल गए बाबा केदारनाथ धाम के कपाट, ‘बम-बम भोले’ के जयकारों से गूंजी भोले की नगरी
चारधाम यात्रा और पंच कैलाश यात्रा को पैदल निकले बिहार के श्रद्धालु राहुल
बाबा केदारनाथ और बाबा बदरीनाथ के दर्शन करने के लिए भक्तों में उत्साह है। श्रद्धालु पैदल चलकर अपने बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं, तो वहीं कुछ यात्री चारधाम यात्रा साइकिल से करते हुए दिखाई दे रहे हैं। बताते चलें कि चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है, ऐसे में केदारनाथ और बदरीनाथ की यात्रा पर निकले बिहार के रहने वाले राहुल ने कोलकाता से अपना सफर पैदल ही शुरु किया। राहुल केदारनाथ और पंच कैलाश की यात्रा को पूरा करने का संकल्प लिए हुए हैं। वह बताते हैं कि अभी तक 2000 किलोमीटर की दूरी पैदल 4 महीने के भीतर तय करने के बाद श्रीनगर पहुंचे हैं। श्रीनगर से वो केदारनाथ बाबा के दर्शन करने के लिए निकले हैं। राहुल ने बताया कि बाबा केदारनाथ की भक्ति में वो पैदल ही दर्शन करने को निकले हैं। केदारनाथ के बाद पैदल ही पंच कैलाश की यात्रा को भी पूरा करेंगे।
दर्शन को 17 राज्यों की यात्रा साइकिल से पूरी कर चुके राजस्थान के श्रद्धालु नरेंद्र
चार धामों की यात्रा करने के लिए राजस्थान के नरेंद्र साइकिल के सहारे बाबा केदारनाथ और बाबा बदरीनाथ की यात्रा पर निकले हुए हैं। नरेंद्र अब तक 17 राज्यों की यात्रा साइकिल से पूरी कर चुके हैं। इस दौरान वो 18000 किलोमीटर का सफर तय कर चुके हैं। दोनों ही भक्त सच्ची आस्था के साथ भगवान के दर को निकले हैं।
पर्यावरण संरक्षण का दे रहे संदेश
श्रद्धालुओं ने बताया कि भगवान के प्रति उनकी अटूट आस्था है। इन्होंने बताया कि वे जब यात्रा के दौरान वो स्थानीय युवाओं से भी मुलाकात करते हैं। उन्हें पर्यावरण बचाने, नशे से दूर रहने की सलाह भी देते हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान उन्हें लोगों का बहुत सहयोग मिलता है। स्थानीय लोग उन्हें पीने को पानी और खाने की समान भी देते हैं। इसी तरह वे अपनी यात्रा को पूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि श्रीनगर रुकने का बाद वे अपनी आगे की यात्रा शुरु करेंगे। वे सबसे पहले केदारनाथ फिर बदरीनाथ की यात्रा करते हुए भारत भ्रमण पर चले जाएंगे।