Ayodhya News- श्रीराम जन्मभूमि परिसर के प्रथम तल पर भगवान श्रीराम दरबार को स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही गोस्वामी तुलसीदास जी की प्रतिमा भी लगाई जाएगी। मंदिर निर्माण समिति और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इसके लिए सहमति दे दी है। इसके साथ ही मंदिर परिसर में एक ऑडिटोरियम का निर्माण किया जाएगा। जिसमें करीब 500 लोगों के बैठने की क्षमता होगी।
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मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि निर्माणधीन राममंदिर के अधूरे कार्यों को दिसंबर 2024 के पहले पूरा करने की तैयारी है। प्रथम तल पर भगवान श्रीराम दरबार को स्थापित करने की योजना पर भी कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इसके लिए राम मंदिर ट्रस्ट ने मशहूर चित्रकार वासुदेव कामत से संपर्क कर उन्हें जिम्मेदारी दी है। उन्होंने बताया कि वासुदेव कामत ही दरबार के लिए प्रतिमा तैयार कर रहे हैं। विग्रहों का चयन हो चुका है। परिसर के यात्री सुविधा केंद्र में गोस्वामी तुलसीदास की एक प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
ऑडिटोरियम में 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था
श्रीराम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया है कि मंदिर परिसर में एक ऑडिटोरियम का निर्माण किया जाएगा। इसका निर्माण कार्य 15 दिनों के बाद शुरु हो जाएगा। यहां पर 500 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। इसके अलावा बाहर से आने वाले साधु-संतों के लिए आवासीय व्यवस्था की जाएगी। इसका नक्शा तैयार हो गया है। अभी मिट्टी की क्षमता की जांच हो रही है। ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक-धार्मिक कार्यक्रम होंगे। इसका निर्माण राजकीय निर्माण निगम करेगा।
परकोटे में होंगे श्रीहरि के सभी अवतारों के दर्शन
उन्होंने बताया कि राममंदिर में 800 मीटर लंबी एक बाहरी दीवार का निर्माण किया जा रहा है, जिसे परकोटा कहा जाता है। यह परकोटा परिसर की सुरक्षा का भी काम करेगा। परकोटे का निर्माण मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। परकोटे में छह देवी-देवताओं के मंदिर भी बनाए जाने हैं, जिनकी डिजाइन तैयार की जा रही है। वहीं परकोटे की दीवारों पर 100 म्यूरल यानी भित्ति चित्र भी बनाए जाएंगे। इन भित्ति चित्रों की स्क्रिप्ट साधु-संतों के सुझाव के पर तैयार की गई है। म्यूरल का काम भी वासुदेव कामत के निर्देशन में होगा। बताया गया कि म्यूरल में श्रीहरि के सभी 10 अवतारों के दर्शन होंगे। साथ ही हर एक अवतारों में उन्होंने समाज को क्या संदेश दिया इसको दर्शाने का प्रयास रहेगा। इसके अलावा रामकथा प्रसंगों पर आधारित भित्ति चित्र भी परकोटे की भव्यता बढ़ाएंगे।