अमेठी: बहुचर्चित लोकसभा सीट अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को नामांकन दर्ज कर दिया। वह वर्तमान में यहां से सांसद हैं। 2019 में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हराकर अमेठी में कमल खिलाया था। हालांकि, अब सबसे ज्यादा चर्चा उनके नामांकन की हो रही है। दरअसल, नामांकन पत्र में दी गई जानकारी के अनुसार, वह 16 लाख की कर्जदार हैं।
केंद्रीय मंत्री और फिल्म जगत से जुड़े रहने के बाद भी उन पर कर्ज है। इसको लेकर अमेठी में चर्चा हो रही है। स्मृति ईरानी के समर्थकों का कहना है कि वह एक बेहद ईमानदार और कर्मठ नेत्री हैं। केंद्रीय मंत्री और पूर्व में फिल्म जगत से जुड़े रहने के बाद भी स्मृति ईरानी की जीवनशैली बेहद सामान्य है। वह अमेठी में गांव-गांव घूम कर लोगों की समस्या सुनती हैं। तो कभी अकेली ही स्कूटी से अमेठी की सड़कों पर निकल पड़ती हैं। उन्होंने अमेठी में अपना एक घर भी बनवाया है। जिसका गृह प्रवेश धूमधाम के साथ हुआ था। ऐसे कई कारण हैं कि उनकी लोकप्रियता अमेठी में बढ़ती जा रही है।
स्मृति ईरानी के समर्थक उन्हें दीदी कह कर संबोधित करते हैं। अमेठी के लोगों का कहना है कि जब भी किसी को कोई समस्या हो तो, जनता के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं। अगर स्मृति ईरानी अमेठी में नहीं है तो उनके प्रतिनिधि लोगों की समस्याओं का निराकरण कराते हैं। जब स्मृति ईरान अमेठी में नहीं होती हैं, तो वह अपने क्षेत्र का हालचाल अपने प्रतिनिधियों से लेती रहती हैं। अगर किसी की समस्या होती है तो उसका समाधान किया जाता है।
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 55 हजार वोटों के अंतर से हराया था। लेकिन, उनके समर्थकों का दावा है कि अबकी बार उनकी जीत का अंतर लाखों में होगा। समर्थकों का दावा इस लिए भी मजबूत माना जाता है क्योंकि जहां,बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी पिछले कई महीनों से अमेठी में डटी हुई हैं। साथ ही वह लगातार 5 साल अमेठी की जनता से जुड़ी रही हैं। गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याओं को सुना है।
वहीं, जब से राहुल गांधी को अमेठी में हार मिली है तब से वह यहां 5 सालों में मुश्किल से 1 या 2 बार ही आए होंगे। कांग्रेस के लिए समस्या यह भी है कि सपा से गठबंधन में अमेठी सीट मिलने के बाद भी,वह यहां से अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं कर पाई है। जानकारों का कहना है कि कभी अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी। लेकिन, आज वही कांग्रेस यहां से प्रत्याशी भी तय नहीं कर पा रही है। यहां पांचवें चरण यानी 20 मई को लोकसभा चुनाव का मतदान होना है। लेकिन, कांग्रेस की तरफ से अभी तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा ना होने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा है। जबकि,स्मृति ईरान अमेठी में फिर से कमल खिलाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही हैं।