भारत के डी गुकेश ने टोरंटो में कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही गुकेश,, गैरी कास्पारोव के बनाए रिकॉर्ड को तोड़ते हुए विश्व खिताब के लिए सबसे कम उम्र में क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। वह विश्वनाथन आनंद के बाद कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय भी हैं।
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अमेरिका के हिकारू नाकामुरा के साथ खेला मुकाबला
टोरंटो में हो रहे कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट में गुकेश ने 14वें और अंतिम राउंड में अमेरिका के हिकारू नाकामुरा के साथ आसान सा ड्रॉ खेला और 14 में से नौ अंकों के साथ मुकाबला समाप्त किया। इस जीत के साथ ही गुकेश मौजूदा विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को इस साल के आखिर में होने वाले मुकाबले में चुनौती दे सकेंगे। बता दें कि इस टूर्नामेंट को विश्व चैंपियन के लिए चुनौती तय करने के लिए आयोजित किया जाता है।
गुकेश ने जीता नकद पुरस्कार
गुकेश ने टूर्नामेंट जीतने के साथ ही 88,500 यूरो (करीब 78.5 लाख रुपये) का नकद पुरस्कार प्राप्त किया। गुकेश,, भारत के महान विश्वनाथन आनंद के बाद प्रतिष्ठित टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। गुकेश ने टूर्नामेंट जीतने के साथ ही यह बता दिया कि वह बड़े मंच के लिए तैयार हैं और शतरंज की दुनिया का अगला सबसे बड़ा सितारा बनने जा रहे हैं।
गुकेश ने अबतक 5 गोल्ड एशियाई यूथ चैंपियनशिप जीती
गुकेश ने पिछले साल चीन के हांग्जो एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। 2015 में वे एशियाई स्कूल शतरंज चैंपियनशिप में अंडर-9 का खिताब जीतने के साथ ही कैंडिडेट मास्टर भी बने थे। गुकेश ने अबतक 5 गोल्ड एशियाई यूथ चैंपियनशिप जीती है। 2019 में वे भारत के सबसे युवा और विश्व के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बन गए थे।
कौन हैं डी गुकेश
गुकेश चेन्नई के रहने वाले हैं। उन्होंने 7 साल की उम्र में शतरंज खेलना शुरू किया था। शुरुआत में उन्हें भास्कर नागैया ने कोचिंग दी थी। नागैया इंटरनेशनल स्तर के चेस खिलाड़ी रहे हैं और चेन्नई में चेस के होम ट्यूटर हैं। इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने भी गुकेश को खेल की बारीकियां समझाई थी।