अलीगढ़: गुरुवार को देश भर में मुस्लिमों ने ईद-उल-फितर मनाया। इस दौरान यूपी, पंजाब सहित देश के कई हिस्सों से कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाली खबरें भी सामने आईं। यूपी के अलीगढ़ में ईद की नमाज पढ़ने के बाद कुछ लोगों ने फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्टर लहराए और नारेबाजी की। मुस्लिम समाज के लोगों ने ऐसी हरकतों के जरिए कानून व्यवस्था को चुनौती देने का प्रयास किया गया।
खबरों के अनुसार, शाम 6 बजकर 45 मिनट पर अलीगढ़ के पुरानी ईदगाह परिसर में नमाज अदा की गई। इस दौरान कुछ लोग सड़क पर भी बैठ गए। जबकि, ईदगाह में पर्याप्त जगह थी। नमाज खत्म होने के बाद कुछ युवकों ने फलस्तीन के समर्थन में पोस्टर लहराए। इन पोस्टरों पर ‘फ्री फलस्तीन’ लिखा हुआ था।
इस दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग एकत्रित होने लगे और फलस्तीन जिंदाबाद, ‘मस्जिदे अक्सा जिंदाबाद’, ‘बैतूल मुकद्दस जिंदाबाद’, ‘गाजा जिंदाबाद’, के नारे लगाए। जिसको देख कर वहां तैनात पुलिसकर्मियों के हाथ पैर-फूल गए। कानून व्यवस्था ना बिगड़े इसको लेकर पुलिस ने 3 युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
वहीं, पंजाब के लुधियाना में भी कुछ इसी प्रकार की घटना देखने को मिली। यहां भी फिलिस्तीन और गाजा के समर्थन में दुआ पढ़ी गई। यहां की जामा मस्जिद पर फिलिस्तीन का झंडा लहराया गया। नमाज पढ़ने आए कई लोगों ने फिलिस्तीन के समर्थन और इजरायल के विरोध में पोस्टर दिखाए। इस मामले पर लुधियाना में शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने कहा कि फिलीस्तीन के मुस्लिमों को नहीं भुलाया जा सकता। इजरायल ने वहां नरसंहार किया गया है। इसलिए मुस्लिमों की जिम्मेदारी है, कि इजरायल के खिलाफ आवाज उठाई जाए।
बता दें कि अक्टूबर 2023 में फिलिस्तीनी इस्लामी आतंकवादी संगठन हमास ने धोखे से इजरायल पर हमला कर दिया था। जिसमें करीब 250 लोग मारे गए थे। इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल ने हमास के कई ठिकानों को तबाह कर दिया था। इजरायल का कहना है कि जब तक वह हमास को खत्म नहीं कर देगा तब तक वह चैन से नहीं बैठेगा।