Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर से अपना कारोबार दिल्ली और गुजरात शिफ्ट कर चुके तंबाकू कारोबारी केके मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी लगातार जारी है। आयकर विभाग ने अब तक 150 करोड़ से अधिक की कर चोरी पकड़ी है। इससे रकम और अधिक बढ़ने का आनुमान हैं। कारोबारी के प्रतिष्ठानों से अलग-अलग जगहों पर खरीदी गई 18 संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं।
गुजरात के ऊंझा में फैक्टरी के अलावा कई एकड़ में फैला फार्म हाउस और बंगला मिला है। गुजरात, दिल्ली, कानपुर में बनाई गई संपत्तियों में लगाए गए धन का हिसाब कारोबारी नहीं दे पा रहे हैं। जांच में पता चला है कि दो नंबर की कमाई संपत्तियों में लगाई गई है। दिल्ली में कई बड़े आवास हैं। जिनकी कीमत सौ करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है।
आयकर विभाग के 50 से ज्यादा अधिकारियों की टीम बंशीधर श्रीराम फर्म के रामगंज-नयागंज स्थित कार्यालय, शक्करपट्टी स्थित होटल, आर्यनगर स्थित आवास के साथ ही यहीं पर बने तीन प्रतिष्ठानों और दिल्ली के वसंत विहार स्थित आवास, गुजरात के ऊंझा स्थित फैक्टरी में जांच कर रहीं हैं। रामगंज में कारोबारी का पुराना कार्यालय है।
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जो सभी प्रमुख पान मसाला कारोबारियों को बड़े पैमाने पर तंबाकू सप्लाई करती है। फर्म के संचालक केके मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा हैं। उनका बेटा शिवम मिश्रा कारोबार देखता है। बेटे के दिल्ली स्थित घर से साढ़े 12 करोड़ की हीरे की पांच घड़ियां, 70 करोड़ से अधिक की कई विदेशी कारें मिली हैं। 4.5 करोड़ की नकदी, 2.5 करोड़ के गहने भी जब्त किए जा चुके हैं।
केके मिश्रा की फर्म कानपुर समेत देश भर के सभी पान मसाला, गुटखा, बीड़ी, खैनी कारोबारियों को तंबाकू और इसकी पत्ती की सप्लाई करती है। सभी प्रमुख ब्रांड इनके खरीदार हैं। जांच में पता चला है कि तंबाकू कारोबारी की संपत्तियों में बड़े पान मसाला कारोबारियों ने काली कमाई खपाई। गुजरात के ऊंझा में बना फार्म हाउस, फैक्टरी, बंगला बनाने में बाहर का बहुत बड़े पैमाने पर काला धन लगा है।
संपत्तियों को खरीदने से ज्यादा उन्हें बनवाने में खर्च किया गया। सूत्रों ने बताया कि तंबाकू कारोबारी बहुत बड़े पैमाने पर कच्चे पर्चे पर काम कर रहे हैं। हजारों कच्चे पर्चों का डाटा रिकवर किया गया है। तमाम बड़े पान मसाला डिस्ट्रीब्यूटरों के नाम, मोबाइल नंबर भी मिले हैं। ऐसे में सभी प्रमुख पान मसाला कारोबारी भी विभाग के निशाने पर आ गए हैं।
काली कमाई को बनाया जा रहा सफेद-
आयकर विभाग के अधिकारियों को जांच में 6 कंपनियों का पता चला है। यह कंपनियां कानपुर, कोलकाता और दिल्ली के पते पर दर्ज हैं। सूत्रों के मुताबिक इन कंपनियों के माध्यम से काली कमाई को एक नंबर में बनाए जाने का खेल चल रहा था। कितने का लेनदेन इन कंपनियों के माध्यम से किया गया, इसकी जांच की जा रही है। बताया गया कि कारोबारी कच्चे पर्चे पर बड़े पैमाने पर कारोबार कर रहे थे। यह भी पता चला है कि कच्चे पर्चे कुछ दिन बाद फाड़ दिए जाते थे।
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