यूएई: संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में बना पहला हिंदू मंदिर, शुक्रवार को आम भक्तों के लिए खोल दिया गया। जिसके बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। आम लोगों के लिए मंदिर खोले जाने के बाद, पहले रविवार को 65,000 भक्तों ने दर्शन-पूजन किया। यह अपने आप में ऐतिहासिक है। मंदिर का निर्माण करने वाली BAPS संस्था के अनुसार, बसों और गाड़ियों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में भगवान के दर्शन करने पहुंचे। संस्था के अनुसार, सुबह के समय लगभग 40,000 व शाम के समय 25,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन पूजन किया।
BAPS संस्था ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी दी कि मंदिर खुलने के बाद से भक्तों के बीच अद्भुत श्रद्धा का भाव दिख रहा है। रविवार को भगवान के दर्शन पाने के लिए पंक्ति में 2,000 से अधिक श्रद्धालु एक साथ शांति पूर्वक खड़े दिखे। नंबर आने पर सभी ने बारी-बारी से भगवान के दर्शन किए। भक्तों ने सामूहिक प्रार्थना भी की। भक्त मंदिर की जटिल वास्तुकला देखकर आश्चर्यचकित भी थे।
पीएम मोदी ने किया था मंदिर का उद्घाटन
पीएम मोदी ने बीते 14 फरवरी (बसंत पंचमी) के दिन मंदिर यूएई में बने पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया था। यह मंदिर बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) संस्था द्वारा निर्मित किया गया है। बीएपीएस संस्था के अनुसार, इस मंदिर को बनाने के लिए 20 हजार टन से अधिक पत्थरों को राजस्थान में तराशा गया। बाद में तराशे गए पत्थरों को 700 कंटेनरों में भर कर अबू धाबी लाया गया।
मंदिर बनाने में लगे 700 करोड़
अबू धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर के निर्माण में 700 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस मंदिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात सरकार से जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया था। जिसके बाद वहां की सरकार ने दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल राहबा के पास 27 एकड़ जमीन उपबल्ध कराई थी। मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया गया है, जो देखने में बिल्कुल अयोध्या के राम मंदिर की तरह लगता है।
दर्शन करने के बाद गदगद दिखे श्रद्धालु
अबू धाबी में रहने वाले भारतीय मूल के सुमंत राय ने मंदिर में दर्शन पूजन के बाद कहा कि “हजारों लोगों के बीच मैंने ऐसा अद्भुत क्रम कभी नहीं देखा। मुझे चिंता थी कि मुझे घंटों इंतजार करना पड़ेगा। मैं शांति से दर्शन नहीं कर पाऊंगा। लेकिन, हमें भगवान के अद्भुत दर्शन प्राप्त हुए। उन्होंने BAPS संस्था के स्वयंसेवकों और मंदिर के सेवादारों को धन्यवाद दिया।
वहीं, लंदन से अबू धाबी मंदिर में भगवान के दर्शन करने पहुंचे प्रवीणा शाह ने कहा कि “मैं दिव्यांग हूं, हजारों भक्तों की उपस्थिति के बाद भी मंदिर में भगवान के दर्शन शांतिपूर्वक हुए।”