भारतीय नौसेना की ताकत अब और बढ़ गई है। बुधवार को नेवी के बेड़े में MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर को शामिल कर लिया गया है। इसे कोच्चि में नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार की मौजूदगी में आयोजित समारोह के दौरान आईएनएस गरुड़ पर तैनात किया गया। नौसेना के इस कदम से सैन्य क्षमता में बढ़ोत्तरी दिखाई देगी।
बता दें कि भारत ने फरवरी 2020 में अमेरिका से MH-60R हेलिकॉप्टर खरीदने का अनुबंध किया था। इसके तहत 2.6 अरब डॉलर की लागत से कुल 24 MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर खरीदे जाने हैं। ये हेलिकॉप्टर नौसेना द्वारा इस्तेमाल होने वाले ब्रिटेन में बने C किंग हेलिकॉप्टर की जगह लेंगे।
अमेरिका से हुआ था अनुबंध
MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर को अमेरिका की डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन ने बनाया है। भारत ने साल 2020 में ऐसे 24 हेलिकॉप्टर्स के लिए 2.6 अरब डॉलर का अनुबंध किया था। बता दें कि MH-60R सीहॉक अपनी कैटेगरी का सबसे अत्याधुनिक हेलिकॉप्टर है।
MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर की खूबियां
ये हेलिकॉप्टर निगरानी करने, हमला करने या सबमरीन खोजकर उसे खत्म करने का काम कर सकता है। ये अधिकतम 10,433 किलोग्राम वजन के साथ टेकऑफ कर सकता है। MH-60R सीहॉक 830 किमी की दूरी तय कर सकता है और 270 किमी की गति से उड़ भी सकता है। MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर अत्याधुनिक हथियारों, सेंसरों और अन्य सुविधाओं से लैस है। इस हेलिकॉप्टर में अत्याधुनिक रडार, हेलफायर मिसाइलें, नाइट विजन इक्विपमेंट, एमके 54 टारपीडो और राकेट लगे हैं। ये समुंदर में छिपी पनडुब्बियों को खोजकर उसे बर्बाद कर सकता है। हेलीकॉप्टर को पनडुब्बी रोधी युद्ध, सतह रोधी युद्ध, खोज, बचाव तथा चिकित्सा अभियान सहित अन्य अभियानों के लिए तैयार किया गया है।
मारक क्षमता में होगा इजाफा
इन MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर के बेड़े में शामिल होने से नौसेना की मारक क्षमता में काफी इजाफा होगा। इसे नौसेना के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।