Ghazipur News- गाजीपुर में सोमवार
को 50 बारातियों से भरी बस पर बिजली
का हाईटेंशन तार गिर गया। इससे बस में करंट फैलने के बाद देखते-देखते भीषण आग लग गई।
हादसे में 5 लोगों की जलकर दर्दनाक मौत
हो गई। जबकि 10 से ज्यादा लोग बुरी
तरह से घायल हुए हैं। सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए मृतकों को 5-5 लाख रुपए
और घायलों को 50-50 हजार रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की है। वहीं बिजली मंत्री
ए के शर्मा ने लापरवाही के मामले में बिजली विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित किया व एक कर्मचारी की सेवा समाप्त करने का आदेश दिया है।
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पुलिस के मुताबिक
बारातियों से भरी बस मऊ के खिरिया गांव
से बारात लेकर महाहर धाम जा रही थी। हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बस में सवार लोगों
को पहले करंट का तेज झटका लगा। इसके बाद उसमें आग लग गई। कुछ ही सेकेंड में बस आग का
गोला बन गई। इस दौरान किसी को भी बस से बाहर निकलने का मौका नहीं मिला।
इस दर्दनाक हादसे के बाद आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे। कुछ
लोगों ने बस से बाहर कूदकर अपनी जान बचाने कि कोशिश कि लेकिन आग इतनी तेज थी कि कई लोग झुलस गए। हादसे के बाद मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे डीएम-एसपी ने
स्थानीय लोगों की मदद से शवों को बाहर निकाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
इन अधिकारियों को किया गया निलंबित
दर्दनाक हादसे के
बाद बिजली मंत्री ए के शर्मा भी देर शाम घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने लापरवाही बरतने
वाले अधिशासी अभियंता मनीष, एसडीओ संतोष चौधरी
और जेई प्रदीप कुमार राय को निलंबित करने और संविदा कर्मी लाइनमैन नरेंद्र की सेवा समाप्ति
के आदेश दिए।
मारने वालों के नाम
सभी पांच शवों की
शिनाख्त कर ली गई है। मरने वालों में कालिंदी, उर्मिला, निर्मला, जन्ननाथ और मुराही शामिल हैं। कालिंदी, उर्मिला और निर्मला गांव खिरिया की रहने
वाली थीं। जबकि जगन्नाथ अकबरपुर और मुराही पिरुआ गांव के निवासी थे।