Varanasi News– नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद
केजरीवाल के बयान पर काशी के संतों में नाराजगी बढ़ रही है। अखिल भारतीय संत समिति
ने उनेक बयान की कड़ी निंदा की है। गुरुवार को समिति के राष्ट्रीय महामंत्री
स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने अरविंद केजरीवाल के बयान को हिंदुओं के लिए बेहद
अपमानजनक बताया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ममता बनर्जी, पिनाराई विजयन, एम के
स्टालिन और अरविंद केजरीवाल ने बयानबाजी की है, ये
भारत के प्रति इनकी खतरनाक प्रवृति दर्शाता है।
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उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से अरविंद
केजरीवाल ने कहा था कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश, पाकिस्तान के हिंदुओं के आने से भारत में छिनैती, हत्या और बलात्कार की
घटनाएं बढ़ेंगी और हमारे बच्चों के रोजगार छीनकर उनको दे दिए जाएंगे। हम
अरविंद केजरीवाल से पूछना चाहते हैं कि दुनिया भर में कितने हिन्दू, बौद्ध, सिख जैन, अपराध में संलिप्त
हैं।
स्वामी जितेन्द्रानंद ने कहा कि
भारत के आपराधिक रिकॉर्ड में जेलों में बंद अपराधियों की जाति और धर्म क्यासे हैं, अरविंद केजरीवाल को स्पष्ट करना चाहिए। साथ ही जो नेशनल
क्राइम ब्यूरो के द्वारा आपराधिक आंकड़े दिए जाते हैं, उन आंकड़ों को धर्म के आधार पर सार्वजनिक किया जाना चाहिए। हिंदू समाज के ऊपर इस तरह के आरोप लगने से पूरी
दुनिया के हिंदुओं को चोर, डकैत और बलात्कारी ठहराने का प्रयास किया गया है, वह घोर निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि अब संत गांव-गांव निकलेंगे और इन बातों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि
अरविंद केजरीवाल जैसे लोगों के घुटने टेकने को मजबूर कर देंगे। बता दें कि
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएए लागू होने पर कहा है कि इस कानून
के लागू होने से पाकिस्तान के लोग भारत आएंगे,
ये कितना सुरक्षित होगा। उनके आने से चोरी, बलात्कार, डकैती और दंगे बढ़ेंगे।
अगर आपके घर के पास पाकिस्तान, बांग्लादेश से लोग आकर
झुग्गी बनाकर रहने लगे तो क्या आप पसंद करोगे।