Mathura News- रंगभरनी एकादशी पर ठाकुर द्वारिकाधीश
महाराज ने बुधवार कुंज में होली खेली। सोने-चांदी की पिचकारी से हुई रंगों की
बरसात से श्रद्धालु झूम उठे। अबीर-गुलाल से मंदिर परिसर रंगों से भर गया। रंग और भक्ति की मस्ती का आनंद
श्रद्धालुओं के सिर चढ़कर बोल रहा है।
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मथुरा के द्वारिकाधीश मंदिर में वसंत पंचमी से ही
होली उत्सव का आनंद लिया जा रहा है। होलिकाष्टक लगते ही टेसू के फूलों के रंगों की
बरसात सोने-चांदी की पिचकारी से श्रद्धालुओं पर की जा रही है। रंगभरनी एकादशी पर
बुधवार को राजभोग के दर्शन में सुबह 10
से 11
बजे तक ठाकुरजी होली खेलने के लिए कुंज
में आए। इस अवसर पर अबीर-गुलाल और रंगों की बरसात की गई, तो श्रद्धालु भी मस्ती में डूब गए। होली के गीतों की धुन पर भक्त झूमने गाने
लगे। मंदिर परिसर में अबीर-गुलाल के बादल छा गए। रंग और भक्ति की मस्ती का आनंद
श्रद्धालुओं के सिर चढ़कर बोल रहा था।
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मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि भावनाओं के
अनुरूप ठाकुर द्वारकाधीश जी महाराज होली खेलते हैं। 25 मार्च को दोपहर 1:30
बजे से 2:30 बजे तक ठाकुरजी
बगीचे में विराजमान होकर होली खेलेंगे। शाम को साढ़े चार से पांच बजे तक भक्तों को
दर्शन होंगे। मंदिर में प्रतिदिन चल रहे रसिया गायन में लोगों का उत्साह देखने को
मिल रहा है और देश-विदेश से आए तीर्थयात्री श्रद्धालु अपने परिवार के साथ नाच-गा
रहे हैं और ब्रज का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि ब्रज में ठाकुर जी ने
विभिन्न लीलाएं की हैं और पुष्टिमार्गीय संप्रदाय में ठाकुरजी को लाड लड़ाने की
परंपरा है। उसी को देखते हुए यह सभी कार्यक्रम चल रहे हैं।