नई दिल्लीः दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ विपक्षी दल के नेता गोलबंद होने लगे हैं। शुक्रवार को विपक्षी दलों के कई नेताओं ने चुनाव आयोग के तीनों आयुक्तों से मुलाकात की। नेताओं ने एक स्वर में चुनाव आयोग से सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के मामले में हस्ताक्षेप करने की मांग की है।
इलेक्शन कमीशन के आयुक्तों से मुलाकाल करने के बाद कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने मीडिया से वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर चुनाव आयोग के साथ विस्तृत चर्चा की है। यह किसी व्यक्ति या किसी पार्टी के बारे में नहीं है, बल्कि यह संविधान की मूल संरचना से संबंधित है। हमने चुनाव आयोग से मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है।
सिंघवी ने आगे कहा कि आजाद भारत के 75 साल के इतिहास में पहली बार किसी मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस पार्टी को लेकर उन्होंने कहा कि सबसे पुरानी और सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी का अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है। हमने विपक्षी नेताओं के खिलाफ एजेंसियों के दुरुपयोग के सबूत चुनाव आयोग को दिए हैं।
वहीं, चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद CPI (M) महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि यह स्पष्ट किया गया कि चुनाव की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। आचार संहिता लागू है, इसके बावजूद इस तरह की कार्रवाई करना लेवल प्लेइंग फील्ड को नष्ट करता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह चुनाव आयोग प्रशासन के ऊपर, पुलिस के ऊपर सीमाएं रखता है, वैसे ही केंद्रीय एजेंसियों पर क्यों नहीं?”