कानपुर: प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने का बड़ा मामला सामने आया है। यहां शनिवार की देर रात 2 बसों में बैठे 80 लोगों को पुलिस ने बरामद किया है। इन सभी लोगों को बस में बैठा कर उन्नाव धर्म परिवर्तन कराने ले जाया जा रहा था। तभी इसकी भनक बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को लगी। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को जानकारी दी।
जिसके बाद हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मदद से नवाबगंज थाना क्षेत्र स्थित गंगा बैराज चौकी के पास दोनों बसों को रोका। जांच में पता चला की 2 बसों में 80 लोगों को बैठा कर उन्नाव ले जाया जा रहा था। इन सभी लोगों को प्रलोभन दिया गया था कि अगर वह धर्म परिवर्तन करेंगे तो सभी को नौकरी और 50 हजार की नकदी दी जाएगी। जिसके बाद यह सभी लोग ईसाई मिशनरियों को झांसे में आ गए। फिलहाल इस मामले को लेकर पुलिस जांच कर रही है।
मामले पर जानकारी देते हुए कर्नलगंज ACP महेश कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि आर्थिक रूप से कमजोर 80 लोगों को दो बसों में बैठा कर उन्नाव ले जाया जा रहा है। इस सभी का किसी विशेष स्थान पर धर्म परिवर्तन कराया जाएगा। सूचना के आधार पर पुलिस ने चेकिंग लगा दी। इसी दौरान देर रात करीब 2 बजे दो बसें आती हुई दिखीं। पुलिस ने जब बसों को रोक कर पूछताछ की तो बस सवार संजय वाल्मिकि नाम के व्यक्ति ने बताया कि हम सभी को धर्म परिर्वतन कराने के लिए लेकर जाया जा रहा है।
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संजय वाल्मिकि ने बताया की हम सभी को ईसाई धर्म स्वीकर करने पर 50 हजार रुपये और नौकरी देने का लालच दिया गया है। इसी लिए हम लोग उन्नाव के नवाबगंज जा रहे हैं। वहां पर सभी का धर्मांतरण होना है। संजय के बयान के आधार पर पुलिस ने दीपक मोरिस और विलियम्स साइमंड नाम के दो लोगों के खिलाफ धर्म परिवर्तन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।