Gyanvapi Case: मां शृंगार गौरी मामले में बुधवार को वाराणसी जिला अदालत में सुनवाई टल गई। अंजुमन इंतजामिया ने आपत्ति के लिए समय मांगा, जिस पर अदालत ने 14 जुलाई की नई डेट दे दी है। उसी दिन केंद्र सरकार के वकील अमित श्रीवास्तव से भी केंद्र सरकार का पक्ष रखने के लिए कहा गया है। ज्ञानवापी मामले में अब 14 जुलाई को सुनवाई होगी।
मां शृंगार गौरी वाद में चारों महिलाओं की तरफ से पुरातत्विक और वैज्ञानिक सर्वेक्षण के आवेदन पर सुनवाई होनी है। जबकि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मिले शिवलिंग की वैज्ञानिक पद्धति से जांच कराने के मामले में हिंदू पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल कर दिया है। हिंदू पक्ष ने कहा कि याचिकाकर्ता द्वारा शिवलिंग को ‘फव्वारा’ कहकर अपमानित किया जा रहा है। जबकि शिवलिंग न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में हिंदुओं के लिए आस्था का प्रतीक हैं। इसलिए उन्हें देवता की पूजा करने का मौलिक अधिकार है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि 16 मई 2022 को मिली संरचना एक फव्वारा है या शिवलिंग है, इस का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ की जरूरत है।