पाकिस्तान ने भारत को अस्थिर करने के लिए बड़ी साजिश रची थी. लेकिन, खुफिया एजेंसियों ने नाकाम कर दिया. एटीएस ने यूपी से 2 सालों में कई आतंकी और पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है. इन आतंकियों के इरादे बेहद खतरनाक थे. यह सभी पाकिस्तान में बैठे अपने आतंकी आकाओं को यहां के धार्मिक स्थलों और सैन्य ठिकानों की जानकारी व्हाट्सअप के जरिए भेजते थे. साथ ही यूपी के अंदर लोगों को जिहाद के लिए मानसिक रूप से तैयार कर रहे थे. बीते 2 सालों में यूपी की 6 घटनाओं की जानकारी इस आर्टिकल में आप को देते हैं.
14 मई, 2025 को हरियाणा पुलिस ने पानीपत जिले से एक संदिग्ध जासूस नौमान इलाही को गिरफ्तार किया. नौमान भारत से पाकिस्तान बैठे में कुछ लोगों को संवेदनशील जानकारी भेज रहा था. वह यूपी के कैराना जिला का रहने वाला है. पानीपत में रहकर प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था. पुलिस ने उसका मोबाइल फोन जब्तकर जांच शुरू कर दी है.
20 जनवरी, 2024 को अलीगढ़ से एटीएस ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने छात्र फैजान बख्तियार को गिरफ्तार किया था. वह ISIS के आतंकी शहनवाज और रिजवान अली के संपर्क में था. फैजान प्रयागराज समेत यूपी के अलग-अलग जिलों में ISIS की विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहा था. ATS ने खुलासा किया है कि फैजान के साथ MU के 6 अन्य छात्र भी ISIS आतंकियों के संपर्क में थे.
18 सितंबर 2011 को एटीएस ने कानपुर से पाकिस्तानी जासूस फैसल रहमान उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार किया था. वह रेलवे स्टेशन और सैन्य ठिकानों की रेकी करता था. उसके पास से पाकिस्तानी सिम, वोटर आईडी और कई कोड वर्ड में लिखे कागज बरामद हुए थे. ISI के इस जासूस को 13 साल बाद मार्च 2024 में, वाराणसी के ADJ राम अवतार प्रसाद की कोर्ट ने 10 साल कैद और 50 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई थी.
10 नवंबर, 2023 को यूपी एटीएस ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग से ISIS के आतंकी वजीहुद्दीन अली खान को गिरफ्तार किया था. वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रहा है. साथ ही छात्रों को पढ़ाने का भी काम करता था. एटीएस ने वजीहुद्दीन की गिरफ्तारी से पहले भी उसके छात्र सहयोगी शहनवाज, रिजवान और अरशद वारसी को गिरफ्तार किया था. वह अयोध्या, अक्षर धाम और चाबड़ हाउस पर आतंकी हमला करने की योजना बना रहे थे. जांच में पता चला कि वजीहुद्दीन ISIS का मुख्य आतंकी था, जो अंडरग्राउंड होकर काम करता था.
5- सद्दाम, मुकिम, रईस और सलमान
अगस्त 2023 में यूपी एटीएस ने गोंडा से 4 आतंकी सद्दाम, मुकिम, रईस और सलमान को गिरफ्तार किया था. यह सभी ISI के एजेंट थे. पाकिस्तान ने इन्हें धार्मिक स्थल और सैन्य प्रतिष्ठानों की खुफिया जानकारी इकठ्ठा करने के लिए भेजा था. सद्दाम हिंदू से मुस्लिम बना था. वह विस्फोटक हमलों में माहिर है. वहीं. मुकिम जेहाद से जुड़ी फिल्में लोगों को दिखाता था. जबकि रईस किसी को भी अपने बातों में फंसाने और जासूसी करने में एक्सपर्ट है. सलमान मोबाइल और कंप्यूटर चलाने में माहिर है. यह आतंकी अयोध्या को निशाना बनाना चाहते थे.
16 अगस्त 2023 को यूपी एटीएस ने शामली जिले से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट कलीम मोहम्मद को गिरफ्तार किया था. वह अपनी गिरफ्तारी से पहले पाकिस्तान की जेल में था. इसके बाद वह 12 अगस्त 2023 को भारत लौटा. कलीम पश्चिमी यूपी के कई शहरों में हथियारों के जरिए आतंक फैलाने की योजना बना रहा था. वह भारत में शरीयत कानून लागूकर इस्लामिक राष्ट्र बनाना चाहता था.