उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में हिन्दू किशोरी को अगवा कर बंधक बनाने का मामला सामने आया है। जानकारी होने के बाद हिन्दू किशोरी को बजरंगदल ने पुलिस के साथ मिलकर मुक्त करा लिया है। बता दें बिन मां-बाप की बच्ची को आगरा कैंट स्टेशन से अकेला पाकर अनीस अपने साथ ले गया और रशीद के घर में बंधक बना लिया। आस पास के लोगों को आभास हुआ तो तो उन्होंने हिन्दू संगठन को सूचना देकर जिहादियों का षड्यंत्र नाकाम कर दिया। पुलिस ने साजिश में शामिल दोनों मुस्लिम युवकों अनीस और रशीद को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि घटना की जानकारी नाई की मंडी इलाके के स्थानीय लोगों ने हिन्दू संगठनों को दी। बजरंग दल ने मीडिया को बताया कि हिंदू समाज की किशोरी को अनीस और रशीद कुछ दिन पहले ही लेकर आए थे। मकान में कोई महिला नहीं रहती है। सूचना की पुष्टि करने को बजरंग दल की टीम मौके पर भेजी गई तो छानबीन में खबर सही निकली। स्थानीय लोगों ने बताया क़ि अंजान लड़की को एक मकान में बंधक बनाकर रखा गया है और उसके साथ कुछ अनहोनी हो सकती है। खबर मिलने के बाद पूरे मामले से पुलिस अफसरों को अवगत कराया गया। जानकारी होते ही पुलिस तुरंत हरकत में आ गई।
एसीपी कोतवाली सुकन्या शर्मा ने पुलिस बल के साथ दबिश देकर रशीद के घर छापा मारा। मौके से किशोरी को मुक्त करा लिया गया और रशीद और अनीस को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पूछताछ में पता चला कि किशोरी के माता-पिता नहीं है। एक रिश्तेदार के साथ छपरा, बिहार में रहती थी। रिश्तेदार महिला उसे आगरा कैंट स्टेशन पर छोड़ गई थी। स्टेशन पर उसे अनीस मिल गया, जो उसको ट्रेन में बिठाने की कहकर पहले दिल्ली ले गया और वहां होटल में रुका। किशोरी उसके जाल में फंस गई तो उसे फिर आगरा ले आया और रशीद के घर में लाकर रख दिया। दोनों की नीयत खराब थी। एसीपी ने पत्रकारों को बताया कि बरामद किशोरी को पुलिस ने आशा ज्योति केंद्र भिजवा दिया है। पकड़े गए अनीस और रशीद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।