उत्तर प्रदेश में मऊ के कोपागंज थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात को चेकिंग के दौरान कार सवार 3 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तलाशी के दौरान कार में रखे बोरे से 14 लाख 11 हजार मूल्य के नकली और एक लाख 17 हजार 400 मूल्य के असली नोट मिले हैं। ये लोग इन जाली नोटों को छापकर बाजार में खपाने के लिए गोरखपुर जा रहे थे। यू-ट्यूब पर जाली नोट बनाने का तरीकों को देखकर जाली करेंसी बनाने लगे थे।
एक प्रिमियर प्रिन्टर मशीन, तीन रिम पेपर बरामद
अपर पुलिस अधीक्षक ने रविवार को पुलिस लाइन में पत्रकारवार्ता में बताया कि कोपागंज थाना पुलिस ने सर्विलांस और एसओजी के सहयोग से काछीकला अंडर पास पर रात्रि चेकिंग के दौरान एक कार को रोककर तलाशी ली। इस दौरान कार से प्लास्टिक के तीन झोले में 14 लाख 11 हजार मूल्य के जाली नकली नोट एवं एक लाख 17 हजार 400 रुपये के असली नोट के अलावा एक प्रिमियर प्रिन्टर मशीन, तीन रिम पेपर बरामद हुआ।
2 गाजीपुर – 1 सोनभद्र का युवक गिरफ्तार
पूछताछ के दौरान युवकों ने अपना नाम गाजीपुर के हाटा निवासी अंकुर बिंद उर्फ रवि, सोनभद्र निवासी सुरेन्द्र सांग सिंह सोनकर उर्फ रविन्द्र और गाजीपुर के कान्दर निवासी कुणाल यादव बताया है। उन्होंने स्वीकारा कि हम सभी लोग मिलकर प्रिटिंग मशीन से जाली नोट छापते हैं। इसके बाद इसी जाली नोटों को जिलों में घूम-घूमकर धोखे से लोगों को देकर बदले में असली नोट ले लेते हैं। यह जो असली नोट बरामद हुए इसको हम लोग फर्जी नोट से बदल कर ही प्राप्त किए हैं। आज भी हम लोग पैसा लेकर गोरखपुर बदलने के लिए जा रहे थे कि तभी पुलिस से पकड़ लिए गए हैं।
आरोपियों की एक दूसरे से जेल में हुई मुलाकात
अभियुक्त अंकुर बिन्द पूर्व में भी जनपद सोनभद्र से जेल जा चुका है। इसी दौरान ही जेल में इन लोगों से मुलाकात हुई थी। जमानत के पश्चात यू-ट्यूब पर जाली नोट बनाने का तरीकों को देखकर जाली करेंसी बनाने लगे। धीरे-धीरे कई लाख रुपये छापकर कुणाल व सुरेन्द्र के माध्यम से आस-पास के जनपदों में खपाने लगे। इन सभी के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।