उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी यानि एनआईए की कार्रवाई लगातार जारी है। प्रतिबंधित संगठन पापुलर फ्रंट आफ इंडिया से कनेक्शन को लेकर एनआईए की टीम ने बुधवार को कानपुर के मूलगंज इलाके में रहने वाले डॉक्टर अबरार हुसैन के घर पर छापेमारी की। इसके बाद पूरे परिवार को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
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दरअसल PFI से करीबी संबंधों के चलते एनआईए ने प्रदेश के कई जनपदों में छापेमारी की। इसी क्रम में कानपुर में भी छापा मारा गया है। एनआईए ने कानपुर के मूलगंज थाना क्षेत्र से भी एक परिवार को पूछताछ के लिए उठाया है। मूलगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक सुखबीर सिंह ने बताया कि एनआईए की टीम,, डॉक्टर अबरार हुसैन और उनके परिवार वालों को हिरासत में थाने लाकर पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में दर्ज हुए किसी आपराधिक मुकदमे की जांच के सिलसिले में ये कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि कानपुर,, प्रतिबंधित संगठन पीएफआई का गढ़ रहा है। इससे पहले वर्ष 2019 में CAA के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हुए दंगों में कुछ स्थानीय निवासियों की संलिप्तता की बात आई थी, जो पीएफआई से जुड़े थे। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से करीबी रिश्तों की जांच पड़ताल के लिए एनआईए बुधवार की सुबह से ही पूरे प्रदेश में छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सुबह करीब 11:30 बजे एनआईए की टीम एक परिवार के चार सदस्यों को लेकर मूलगंज थाने पहुंची। यहां बंद कमरे में इनसे पूछताछ हो रही है।
डॉक्टर अबरार हुसैन पर फंडिंग का आरोप
सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने डॉक्टर अबरार के परिवार को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर अबरार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्यों को फंडिंग करते हैं। डॉक्टर अबरार हुसैन के आर्थिक स्रोतों को लेकर ही एनआईए उनसे पूछताछ कर रही है।