Kanpur News: उत्तर प्रदेश के चंद्रशेखर आजाद कृषि
एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा मशरूम शोध एवं विकास केंद्र के पादप रोग विज्ञान विभाग के नोडल अधिकारी डॉ.
एस.के. विश्वास ने मशरूम उत्पादन को लेकर जानकारी दी।
जिसमें
जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि, मशरूम उत्पादन तकनीक का प्रशिक्षण लेकर किसान अच्छा
मुनाफा कमा सकते हैं। यह प्रशिक्षण
सोमवार से
शुरू होने जा रहा रहा है। जो छह दिनों तक चलेगा।
इस
अवसर का लाभ छात्र-छात्राओं समेत
शहरी, ग्रामीण क्षेत्रो में
रहने वाले लोग
भी उठा सकते हैं।
डॉ. एस.के. विश्वास ने बताया कि, मशरूम उत्पादन विषय पर छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 16
अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है,
जो 21 अक्टूबर तक चलेगा।
यहां
से प्रशिक्षण प्राप्त कर लोग एस्टर, बटन या मिल्की मशरूम की खेती शुरू कर सकते हैं।
छह
दिवसीय प्रशिक्षण
कार्यक्रम में विस्तार से प्रशिक्षणार्थियों को तकनीकी सलाह उपलब्ध कराई जाएगी।
साथ
ही प्रशिक्षण के दौरान मशरूम उगाने के विभिन्न प्रकार के प्रयोग वा प्रैक्टिकल भी कराए जाएंगे। डॉ. विश्वास ने बताया
कि प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने के लिए 1000 रुपये पंजीकरण शुल्क निर्धारित किया गया है।
शुल्क के साथ अपनी आईडी (आधार की कॉपी) एवं एक स्वयं की पासपोर्ट साइज फोटो देनी होगी।
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इस
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान यदि कोई किसान बाहर से आता है तो उसके रुकने की
व्यवस्था भी होगी। उसके लिए प्रशिक्षणार्थी को स्वयं खर्च वहन करना होगा। विश्वविद्यालय के
मीडिया प्रभारी डॉक्टर खलील खान ने बताया कि सफलतापूर्वक प्रशिक्षण उपरांत
सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।
मशरूम
पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कोई भी युवक एवं युवतियां अधिक जानकारी के लिए 9452522504,
9335764410, 9794361496 एवं
9369060041 नंबरो पर संपर्क कर सकते हैं।
आपको
बता दे कि, बेहतर कमाई के लिए
मशरूम की खेती एक अच्छा विकल्प है। इसके लिए लंबे-चौड़े खेत की जरूरत नहीं पड़ती
बल्कि इसके लिए एक कमरा ही काफी होता है। कम जगह और कम लागत के बाद
भी किसानों
को कुल खर्च के तीन गुना तक इनकम होती है।