गुरुवार को एक दिन के वाराणसी दौरे पर आए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने जिस तरह से विकास, भ्रष्टाचार को मिटाने और व्यापार को आसान बनाने के लिए डिजिटल तकनीक का उपयोग किया, वह विकासशील देशों के लिए एक मॉडल है। उपराष्ट्रपति ने काशी में हुए बदलाव पर चर्चा की और युवाओं से कहा कि काशी में प्रतिज्ञा करें, कि भारत माता के लिए दिन-रात काम करेंगे।
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बड़ा लालपुर स्थित पं. दीन दयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल (टीएफसी) में आयोजित तीन दिवसीय भारतीय कंपनी सचिव संस्थान के 51वें राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि एक दशक पहले भारत को दुनिया की पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता था। 2022 तक हमने जो यात्रा तय की, वह देखने लायक है। 2022 में वह गर्व का क्षण आया, जब भारत दुनिया की पांचवीं सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनकर विश्व फलक पर उभरा।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि संदेह नहीं है कि इस दशक के अंत तक भारत जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में उभरेगा। देश की ये अर्थव्यवस्था ग्रोथ हमारे युवाओं के लिए अपार अवसर लेकर आएगी। उपराष्ट्रपति ने प्रतिभाशाली युवाओं की सराहना करते हुए कहा कि हम भारतीय जीनियस होते हैं और हम बहुत जल्दी सीखते हैं। हमें कोई सिखाए या न सिखाए,, हम सीख लेते हैं। हर भारतीय में एक एकलव्य है।
आर्थिक राष्ट्रवाद का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि ट्रेड बिजनेस और इंडस्ट्री एक साथ आएं, तो हमारे देश की अर्थव्यवस्था और तेजी से बढ़ेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा था ‘वोकल फॉर लोकल’। अगर हम इस रास्ते पर चलते हैं तो आने वाली पीढ़ियों के लिए ये एक उज्जवल भविष्य प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने सत्ता के गलियारों को दलालों से पूरी तरीके से मुक्त कर दिया है। अब शासन को पारदर्शी और जवाबदेह बनाया गया है। हमारी विकास यात्रा को गति मिली है और भारत इस मुकाम तक पहुंचा है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जिसने भारत को इस बुलंदी पर पहुंचाया है,, वो सरकार की जनहितकारी नीतियां और देश को आगे ले जाने वाली दूरदर्शी सोच।
उन्होंने जोर देकर कहा कि जो मूलभूत परिवर्तन देश में हो रहे हैं इस परिवर्तन में कंपनी सचिवों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी पड़ेगी और वे निभा रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आप ऐसे ही शानदार प्रयास भविष्य में भी जारी रखेंगे। देश में मौजूदा प्रत्येक कंपनी कानून का पालन करे। अपने बहीखातों में गड़बड़ी न करें और पूरी पारदर्शिता रखें।
इस सम्मेलन में यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, प्रदेश के राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान के सचिव डॉ. मनोज गोयल, संस्थान के निदेशक मनीष गुप्ता, अध्यक्ष आशीष मोहन, सेक्रेटरी धनंजय शुक्ला मौजूद रहे।