पाकिस्तान मे रह रहे अफगान शरणार्थियों को अमानवीय तरीके से निकालने पर अफगानिस्तान के प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद ने कड़ा विरोध करते हुए पाक को इसके परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। PM अखुंद ने पाकिस्तान से अफगान शरणार्थियों के निष्कासन की कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय कानून के विरुद्ध बताया। एक वीडियो संदेश में अखुंद ने पाकिस्तान से अफगान शरणार्थियों को अमानवीय तरीके से निष्कासन नहीं करने और उन्हें प्रताड़ित किए बिना सम्मानजनक तरीके से अपने देश लौटने के लिए पर्याप्त समय देने की अपील की है।
अफगानिस्तान के PM मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद ने कहा, यदि उनके पास बिना दस्तावेज रह रहे शरणार्थियों को निष्कासित करने का ही विकल्प है तो वे उन्हें अपमानित क्यों किया जा रहा है। उनकी संपत्ति क्यों चुरा रहे हैं और उनके घरों को ध्वस्त क्यों कर रहे हैं। अखुंद ने अफगान शरणार्थियों के साथ दुर्व्यवहार होने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि आप पड़ोसी हैं, आपको भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।
तालिबान ने शनिवार को अफगानिस्तान के निजी क्षेत्र से पाकिस्तान से निकाले जा रहे लोगों की मदद करने की अपील की। सबसे ज्यादा अफगान प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि बिना दस्तावेज के रहने वाले लोगों का सबसे बड़ा समूह यहीं है। जबरन निकाले जा रहे लोग बहुत बुरी स्थिति का सामना कर रहे हैं। उनके सामने कोई विकल्प नहीं है।
अफगान सीमा पर भारी भीड़
बता दें सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो और तस्वीरें तेजी से वायरल हैं जिनमें न चाहते हुए भी लाखों अफगान शरणार्थी अपने समान को ट्रकों, बसों और अन्य वाहनों में भरकर अफगानिस्तान की तरफ जा रहे हैं। इस वजह से पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर भारी भीड़ देखने को मिली और लोग लंबी-लंबी कतारों में खड़े हैं। ये सभी लोग मुस्लिम हैं और दशकों से पाकिस्तान में रह रहे थे, लेकिन इनके पास पाकिस्तानी नगारिकता से जुड़ा कोई दस्तावेज नहीं था। हैरान करने वाली बात ये है कि दुनिया के किसी भी मुस्लिम देश ने इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।