उत्तर प्रदेश के रायबरेली में अवैध रूप से पटाखे बनाने के दौरान एक घर में विस्फ़ोट हो गया, जिसमें चार नाबालिग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं । इनमें दो की हालत नाजुक है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। घटना रायबरेली के सरेनी थाना क्षेत्र में घटित हुई। यहाँ मलकेगांव निवासी शैलू उर्फ़ नसरीन बानो पत्नी कलाम मोहम्मद के घर में अवैध रूप से देसी पटाखे बनाए जा रहे थे। विस्फोट की चपेट में चार किशोर गंभीर रूप से घायल हो गए। विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि वहां मौजूद आस-पास के घरों के लोग बाहर आ गए। पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। पुलिस ने घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया। चारों घायलों को इलाज के लिए वहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। दो की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
लोगों ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को गांव के रहने वाले 10 वर्षीय गोविंद पुत्र भैया लाल, 12 वर्षीय सौरभ पुत्र रमेश कुमार,15 वर्षीय मनीष कुमार पुत्र सर्वेश कुमार, 8 वर्षीय शीजा पुत्री कमाल मोहम्मद को पैसों का लालच देकर शैलू पटाखा बनवाने ले गयी, तभी गोला बनाते समय करीब 11 बजे अचानक विस्फोट हो गया। इससे चारों बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए, जिससे अफरा तफरी मच गई। ग्रामीणों ने 112 पुलिस को घटना से अवगत कराया तो पुलिस सभी को सीएचसी ले गई, जहां चारों का इलाज किया गया। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अमर पटेल ने बताया कि सभी बच्चे गंभीर रूप से झुलसे है। सभी को जिला अस्पताल रेफेर कर दिया गया है।
जानकारी मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। विस्फोट के सही कारणों का पता लगाया जा रहा है। साथ ही पुलिस जांच कर रही है कि घर में पटाखे कब से बनाए जा रहे थे। उप जिलाधिकारी लालगंज के अनुसार पटाखा बनाने का लाइसेंस नवीनीकृत नहीं हुआ था जिसे जांच के बाद पहले ही बंद करा दिया गया था। पुलिस घटना की जांच कर रही है और घायलों की हालत में सुधार होने से बाद बयान दर्ज किए जाएंगे।
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