Bareilly News: उत्तर प्रदेश
की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में शुक्रवार को रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली का 21वां दीक्षान्त समारोह मनाया गया। इस
अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों
को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुल 148 शोध उपाधियाँ एवं
79 गोल्ड मेडल के
साथ अन्य उपाधियाँ भी विद्यार्थियों को प्रदान की। समस्त उपाधियों को राज्यपाल के
समक्ष डिजिलॉकर पर अपलोड किया गया।
दीक्षांत समारोह में सफलता पाने वाले
विद्यार्थियों की 03 लाख 01 हजार 567 मार्कशीट तथा 01
लाख 55 हजार 880 उपाधियों को डिजिलॉकर पर अपलोड किया गया।
विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं
में पदक प्राप्त छात्राओं की संख्या ज्यादा होने पर राज्यपाल ने खुशी जताई। राज्यपाल ने कहा
कि महिला सशक्तिकरण की झलक साफ दिखाई दे रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय की पूरी
टीम को बधाई देते हुए कहा कि सभी डिग्री और अंक तालिका डिजिलॉकर पर अपलोड हो चुकी
है।
उन्होंने कहा अब किसी भी प्रकार की फर्जी डिग्रियों का प्रयोग नहीं हो सकेगा।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की चर्चा करते
हुए राज्यपाल ने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में किए गए कार्यों के बारे में आमजन, बच्चे तथा महिलाओं को जानकारी होनी
चाहिए। उन्हें यह प्लांट दिखाया जाना चाहिए जिससे वे पानी एवं जल संरक्षण के महत्व
को समझें व जल संरक्षण हेतु संकल्प लें।
राज्यपाल ने बताया कि आज उत्तर प्रदेश
के हर विश्वविद्यालय ने 05 गांवों को गोद लिया है।
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उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय गोद
लिए हुए गाँवों को टीबी, नशा व कुपोषण मुक्त बनाएं। इस संदर्भ में नशामुक्त गाँव के
रूप में उन्होंने जनपद बाराबंकी के चौनपुरवा गाँव का उदाहरण दिया। राज्यपाल ने कहा
कि गाँव में राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंचे। इसके लिए
विश्वविद्यालय द्वारा संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठकर सरकार की
योजनाओं का सर्वे किया जाए।
इस दौरान राज्यपाल ने
विद्यार्थियों को एकत्र कर उनका विजन जानने की भी अपील की।
शोध कार्यों का बढ़ावा देने
पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अनुसंधान काफी महत्वपूर्ण पहलू है। इस क्रम में
उन्होंने महर्षि भरद्वाज द्वारा विमान की खोज तथा सम्राट अशोक को एनिमल हसबेंडरी
का आविष्कारक बताया। तथा सम्बन्धित तथ्यों की चर्चाएं भी कीं। उन्होंने कहा कि
विश्वविद्यालय को शोध विषय पर ध्यान देना चाहिए। होनहार बच्चों को ऐसे शोध करने
चाहिए जिसका मानव कल्याण में उपयोग हो सके।
धर्म ग्रंथों, वेद,
पुराण व साहित्य में कई ऐसी चीजे हैं, जो हमें पढ़ने और पढ़ाने की जरूरत है।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि व प्रदेश की
राज्य मंत्री उच्च शिक्षा विभाग रजनी तिवारी ने कहा कि अमृत काल में सबसे बड़ा
योगदान युवाओं का है। सरकार की योजनाओं की जानकारी युवाओं को होनी चाहिए। उन्होंने
युवाओं से बहुत उम्मीद जताई। साथ
ही कहा कि देश की दिशा और दशा तय करने में युवाओं
का बहुत बड़ा योगदान होगा।
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इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने राज्यपाल के समक्ष विश्वविद्यालय की प्रगति
आख्या प्रस्तुत की। राज्यपाल ने समारोह में विश्वविद्यालय की उपलब्धियां एवं
प्रगति को दर्शाते हुए वार्षिक प्रतिवेदन तथा कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण किया।
उन्होंने एशियन गेम्स-2023 में सेपक टेकरा (किक वॉलीबाल) खेल में कांस्य पदक विजेता
कुमारी खुशबू व हांगझोऊ में आयोजित एथलेटिक्स में रिकार्ड कायम करने वाली कुमारी
दीक्षा को भी सम्मानित किया।
इस अवसर पर उन्होंने समारोह में आए प्राथमिक विद्यालय
के 30 बच्चों को
पठन-पाठन व पोषण सामग्री तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों हेतु 100 आंगनबाड़ी किट का
वितरण भी किया। कार्यक्रम में राज्यपाल द्वारा क्रीडा छात्रावास का भी उद्घाटन
किया गया।
समारोह में विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्ष, स्थानीय अतिथिगण, जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं शिक्षकगण तथा विश्वविद्यालय
के विद्यार्थी उपस्थित रहें।
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