Varanasi News: आईआईटी बीएचयू की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के 43 दिन बाद भी लंका थाने की पुलिस के हाथ खाली हैं। अब तक 100 सीसी कैमरे खंगाले गए, लेकिन आरोपियों की पहचान तक नहीं हो सकी है। इस मामले की जांच में क्राइम ब्रांच, सर्विलांस सेल, साइबर सेल सहित आठ टीमें लगी हैं।
छात्रों का आरोप है कि हाईटेक बनने का दावा करने वाली कमिश्नरेट पुलिस सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की पहचान तक नहीं कर सकी है। गिरफ्तारी का सवाल नहीं उठता। यह घटना आईआईटी परिसर में हुई थी। जिसके बाद से ही पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। बीएचयू की बीटेक की छात्रा के साथ एक नवंबर की रात 12 बजे कर्मनबीर बाबा मंदिर के पास बुलेट सवार तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। जिसके बाद छात्रा के बयान के आधार पर लंका पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया है।
उस छात्रा का बयान भी पुलिस के साथ मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज हो चुका है। इस घटना से आक्रोशित बीएचयू छात्र-छात्राएं परिसर में विरोध प्रदर्शन कपतो रहतो है। पुलिस और विवि प्रशासन के समझाने और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग पर छात्र शांत हो जाते है। डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने कहा कि पुलिस की गठित टीमें साक्ष्य जुटा रही हैं। बदमाश चिह्नित किए जा रहे हैं। मुकदमे की विवेचना जारी है। जल्द ही आरोपी गिरफ्तार होंगे।