Lucknow News: औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल नन्दी मिड करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत बुधवार को राजधानी लखनऊ पहुंचे। जहा पिकअप भवन सभागार में उन्होंने भारतीय विदेश सेवा के अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान मंत्री ने अधिकारियों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से इन्वेस्ट UP और निर्यात प्रोत्साहन विभाग की योजनाओं और प्रदेश के औद्योगिक विकास की प्रगति से अवगत कराया। साथ ही उनसे अपेक्षा की गई कि वे विदेशों में उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार करें।
साथ ही उद्योगों को स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बने निवेश के सकारात्मक माहौल से अवगत कराएं। मंत्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत की सबसे ज्यादा आबादी वाला प्रदेश है। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की तकदीर और तस्वीर दोनों बदली है। यहां 75 जिले हैं, और प्रत्येक जिले की एक विशिष्ट भौगोलिक और सांस्कृतिक पहचान है। उन्होंने कहा कि हमारे बॉर्डर देश के 9 अलग-अलग राज्यों से जुड़ते हैं। 15000 किलोमीटर का विस्तृत रेल नेटवर्क और देश के कुल एक्स्प्रेसवे का 37.7 परसेंट अकेले उत्तर प्रदेश में होने से ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक बेहद सुगम है।
उत्तर प्रदेश का प्रत्येक कोना एयरवेज, रेलवेज और एक्सप्रेसवेज के नेटवर्क से जुड़ा है। पहली बार वाराणसी से हल्दिया तक वाटरवेज के खुलने पर जलमार्ग से ट्रांसपोर्टेशन की दिशा में अपार संभावनाओं के द्वार खुले हैं। आज सर्वोत्तम बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता से उत्तर प्रदेश उद्योगों की स्थापना के लिए रेडी टू टेक ऑफ स्टेशन है। यही कारण है कि आज निवेशक बड़े पैमाने पर उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भारत को फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का संकल्प लिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
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उन्होंने कहा इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हमारी सरकार ठोस कदमों के साथ तेजी से आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमारी सरकार ने एक प्रभावी एवं व्यवहारिक इंडस्ट्रियल पॉलिसी लांच की है, जो देश की सर्वश्रेष्ठ इंडस्ट्रियल पॉलिसी है। एक अम्ब्रेला पॉलिसी और फिर 25 सेक्टोरल पॉलिसीज। टूरिज्म, ऑटोमोबाइल्स, एजुकेशन, आईटी, मेडिकल एवं कृषि जैसे महत्वपूर्ण सेक्टर्स की अवश्यकताओं और चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इन सेक्टोरल पॉलिसीज को बनाया गया है। हमारी सरकार ने निवेश सारथी और निवेश मित्र के माध्यम से आवश्यक प्रक्रियाओं को बेहद सरल व समयबद्ध बनाया है।
जिससे अब निवेशकों को एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ते। आज प्रदेश की कानून व्यवस्था एक मिसाल बनी है। पिछले 6 वर्षों के दौरान इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी के विकास ने पूरे परिवेश को बदल दिया है। यही कारण है कि देश-दुनिया के निवेशक उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इस अवसर पर संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय पीयूष श्रीवास्तव, भारतीय राजदूत दोहा विपुल, संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय अनुराग श्रीवास्तव, सीईओ इन्वेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश, एमडी पिकप पीयूष वर्मा आदि उपस्थित रहे।
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